रेल हादसे के बाद हरकत में आया रेलवे प्रशासन: यात्री ट्रेन चलाने वाले सभी लोको पायलट को दिलाई गई शपथ
बिलासपुर रेल हादसे के बाद यात्री ट्रेन चलाने वाले सभी लोको पायलट को शपथ दिलाया गया है। इस दौरान सभी ने नियमों का पालन करने की बात कही है।
शपथ ग्रहण करते हुए यात्री ट्रेन चलाने वाले लोको पायलट
पंकज गुप्ते- बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर रेल हादसे के बाद रेलवे प्रशासन हरकत में आ गया है। सेफ्टी रुल फॉलो को ध्यान में रखते हुए यात्री ट्रेन चलाने वाले सभी लोको पायलट को शपथ दिलाया गया है। इस दौरान सभी ने एक स्वर में कहा- पटरी पर रेड लाइट दिखा तो नहीं बढ़ाएंगे ट्रेन, यात्री सुरक्षा का रखेंगे पूरा ख्याल। कोरबा- बिलासपुर पैसेंजर का लालखदान के पास 4 नवंबर को बड़ा हादसा हुआ था।
बीते 4 नवंबर को बिलासपुर के समीप मंगलवार की शाम को 4 बजकर 10 मिनट पर अप लाइन में कोरबा से बिलासपुर आ रही लोकल ट्रेन कोयला से लदी खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी। यह टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि सामने का ब्रेक यान, गार्ड डिब्बा, इंजन सहित महिला और दो अन्य कोच मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गए, जिसमें नीचे का हिस्सा कोच के नीचे लटका रहा। इस टक्कर के कारण लोकल ट्रेन का चालक विद्यासागर ब्रेक यान और दूसरे उपकरण में बुरी तरह से दब गया। हादसे में महिला असिस्टेंट लोको पायलट रश्मि सिंह को गंभीर चोट पहुंची है।
दुर्घटनाग्रस्त कोच का किया निरीक्षण
लालखदान के पास मंगलवार को हुए रेल हादसे की बुधवार को सीआरएस चीके मिश्रा ने जांच शुरू की। रेलवे अधिकारियों के साथ मिश्रा ने रेलवे ट्रैक के साथ सिग्नल और दुर्घटनाग्रस्त कोच का निरीक्षण किया। टेप से दोनों गाड़ियों की दूरी की नाप कराने के चाद मार्किंग भी कराई। दो घंटे जांच करने के चाच उन्होंने रेलवे अधिकारियों से चर्चा की।