कवर्धा सामूहिक दुष्कर्म कांड: तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, पूछताछ में कबूला गुनाह
कवर्धा सामूहिक दुष्कर्म कांड में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना गुनाह स्वीकार किया है।
तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
महेश मिश्रा - कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा सामूहिक दुष्कर्म कांड में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद आज पुलिस ने आरोपियों को घटनास्थल ले जाकर पूरी वारदात की रिक्रिएशन भी की गई। वहीं पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
आरोपियों ने मौके पर बताया कि, पीड़िता कहां बैठी थी, वे किस मोटरसाइकिल से पहुंचे और किस तरह उसे बहलाकर मोटरसाइकिल पर बैठाया। साथ ही यह भी बताया कि किस स्थान पर ले जाकर घटना को अंजाम दिया गया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह स्वयं मौजूद रहे। उनके साथ अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और जांच टीम भी मौके पर रही।
आरोपियों से पूछताछ जारी
पुलिस का कहना है कि, रिक्रिएशन से जांच को मजबूती मिलेगी और न्यायिक प्रक्रिया में यह अहम सबूत साबित होगा। फिलहाल तीनों आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ जारी है।
36 घंटे में सामूहिक दुष्कर्म मामले का खुलासा
जिला कबीरधाम में युवती के साथ घटित सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण में कबीरधाम पुलिस ने मात्र 36 घंटे के भीतर मुख्य आरोपी सहित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उल्लेखनीय और सनसनीखेज सफलता प्राप्त की है। यह पुलिस की निरंतर मेहनत, उच्चस्तरीय प्रोफेशनलिज्म, त्वरित प्रतिक्रिया और समन्वित कार्रवाई का उत्कृष्ट उदाहरण है।
गिरफ्तार किए गए आरोपी
1. जितेन्द्र खरे उर्फ जित्तु पिता दिलीप खरे उम्र 22 वर्ष निवासी उर्जा पार्क के पास, वार्ड क्रमांक 09, कवर्धा
2. नसीम अहमद उर्फ छोटू पिता नफीस खान उम्र 25 वर्ष निवासी वार्ड क्रमांक 22, एकता चौक
3. मोहम्मद सरफराज उर्फ सफ्फु पिता मोहम्मद अयूब उम्र 21 वर्ष निवासी डालडापारा
आरोपियों ने पीड़िता को दी जान से मारने की धमकी
पीड़िता की रिपोर्ट पर थाना महिला थाना कवर्धा में अपराध दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई। रिपोर्ट के अनुसार तीन युवकों ने पीड़िता को जबरन बाइक पर बैठाकर सुनसान स्थान पर ले जाकर बारी- बारी से बलात्कार किया और घटना की जानकारी किसी को देने पर जान से मारने की धमकी दी। घटना के पश्चात पुलिस महानिरीक्षक राजनांदगांव रेंज अभिषेक शांडिल्य ने मामले की मॉनिटरिंग करते रहे।
इन टीमों ने अलग-अलग मोर्चों पर कार्यवाही की
अपराधियों की धरपकड़, तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण, सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन का परीक्षण, तथा मुखबिर तंत्र के जरिए प्राप्त सूचनाओं का मिलान। इसी क्रम में बड़े पैमाने पर छापामार कार्यवाही की गई और पूरे जिले से लगभग 150 से 200 संदेहियों को थानों में लाकर गहन पूछताछ की गई। पूछताछ से मिले अहम सुरागों को तकनीकी शाखा की जानकारी और डिजिटल साक्ष्यों से जोड़कर आरोपियों की शिनाख्त सुनिश्चित की गई।
घेराबंदी कर आरोपियों को दबोचा
इसके बाद पुलिस टीमों ने सघन घेराबंदी कर तीनों आरोपियों को हिरासत में लिया। कार्यपालिक दंडाधिकारी की उपस्थिति में पीड़िता द्वारा की गई पहचान कार्यवाही में आरोपियों की पुष्टि हुई तथा आरोपियों ने अपराध को स्वीकार भी किया। जांच से यह तथ्य भी उजागर हुआ कि तीनों आरोपी आदतन अपराधी हैं, जो चोरी जैसे मामलों में पहले भी जेल जा चुके हैं।