डोंगरगढ़ में SIR प्रशिक्षण: तहसीलदार ने दी प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी, गंभीरता से अभियान को पूरा करने के भी दिए निर्देश
डोंगरगढ़ में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान तहसीलदार साहू ने निर्वाचन आयोग के प्रक्रिया की जानकारी दी।
अधिकारी- कर्मचारियों को SIR प्रक्रिया की जानकारी देते हुए तहसीलदार
राजा शर्मा- डोंगरगढ़। भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश पर पूरे देश में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण अभियान SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) की कार्यवाही शुरू की गई है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ विकासखंड में भी बीएलओ और सुपरवाइजरों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में तहसीलदार कमल किशोर साहू ने निर्वाचन आयोग के उद्देश्यों और प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि, यह अभियान 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक चलाया जाएगा, जिसके अंतर्गत सभी बीएलओ अपने-अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य करेंगे। तहसीलदार साहू ने बताया कि, निर्वाचन आयोग का यह अभियान लोकतंत्र को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मतदाता सूची को पारदर्शी बनाने में बड़ा कदम - तहसीलदार
तहसीलदार कमल किशोर साहू ने कहा- इस अभियान के माध्यम से मतदाता सूची का शुद्धिकरण, त्रुटियों का सुधार, मृत मतदाताओं के नामों के विलोपन प्रक्रिया होगी। साथ ही ऐसे मतदाताओं के नामों का निरसन किया जाएगा जिनके पास कोई वैध दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं। आगे बताया, 2003 के बाद अब पुनः यह विशेष अभियान 2025 में संचालित हो रहा है, जो मतदाता सूची को अधिक सटीक, पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
18 वर्ष से मतदाता सूची में जुड़वाएं नाम
तहसीलदार ने बताया, निर्वाचन आयोग ने यह भी निर्देशित किया गया है कि, प्रत्येक योग्य नागरिक जिनकी आयु 1 जनवरी 2025 तक 18 वर्ष या उससे अधिक हो रही है, वे अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाएं। इससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित होगी। अभियान के दौरान बीएलओ को यह भी सिखाया गया कि, वे किस प्रकार ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल ऐप के माध्यम से नई प्रविष्टियों, सुधारों और नाम विलोपन की प्रक्रिया को पारदर्शी ढंग से पूरा करें।
गंभीरता से अभियान को पूरा करने के दिए निर्देश
तहसीलदार कमल किशोर साहू ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा कि, इस अभियान को गंभीरता और निष्ठा से पूरा करें। ताकि भारत निर्वाचन आयोग और राज्य शासन के उद्देश्यों के अनुरूप मतदाता सूची पूर्ण रूप से अद्यतन और त्रुटि रहित तैयार हो सके। मतदाता सूची का शुद्धिकरण लोकतंत्र की मजबूती का आधार है। इस अभियान का मकसद हर पात्र नागरिक को मतदान का अधिकार देना है।