श्री राधाकृष्ण मंदिर का शताब्दी समारोह: दिव्यांग बच्चों समेत 5 हजार से भी ज्यादा लोगों ने ग्रहण किया भोजन प्रसाद
सोमवार को श्रीराधाकृष्ण मंदिर में 47 दिव्यांग बच्चों को मंदिर के सर्वराकार ने जब भोजन प्रसादी कराया तो दिव्यांग बच्चों के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई।
राधाकृष्ण मंदिर ट्रस्ट कमेटी
श्यामकिशोर शर्मा- नवापारा-राजिम। श्रीराधाकृष्ण मंदिर में सोमवार को सेवा संकल्प संस्थान के 31 दिव्यांग बच्चे एवं सहायिका सुनीता साहू, रुपाली शर्मा, नवागांव बुडेनी एवं नेकी की कुटिया अभनपुर के 16 दिव्यांग बच्चे योगिता गोस्वामी पहुंचे। इनमें मूक बधिर, नेत्रहीन, चलने में असमर्थ, मंदबुद्धि और अनाथ बच्चे शामिल थे। जो समाज की मुख्य धारा से कटे हुए है।
इन बच्चों का जब मंदिर ट्रस्ट कमेटी के पदाधिकारी मोहन अग्रवाल, गोपाल अग्रवाल, गिरधारी अग्रवाल ने बहुत ही स्नेह के साथ बिठाया और भोजन प्रसादी कराया तो इन बच्चो के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई। इन बच्चों में से जब एक बच्ची अपने हाथ से भोजन नहीं कर पा रही थी तो रुपाली शर्मा ने अपने हाथो से उसे खाना खिलाया। इससे राधाकृष्ण मंदिर के वृंदावन कुंज परिसर भावुक हो गया।
बच्ची के मुख से भजन सुन हुईं आंखें नम
इस दौर में नेत्रहीन छोटी सी बच्ची सुमन यादव ने हारे के सहारे, तीन बाण धारी खाटू श्याम का भजन सुनाया तो सभी के आंखों से आंसुओं की धार बहने लगी। परिसर में पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय भी आए एवं इन बच्चों का सम्मान किया। सोमवार की भीड़ ने पिछले 7 दिनो का रिकार्ड तोड़ दिया। कोई 5 हजार लोगो की भीड़ भोजन प्रसादी पाने के लिए पहुंची थी। भोजन तैयार कर रहे कर्मचारियो को कई बार अतिरिक्त भोजन बनाना पड़ा।
पारंपरिक वेशभाूषा में पहुंचे लोग
खास बात यह रही कि भोजन करने देवांगन समाज के लोग माता परमेश्वरी की प्रतिमा और सेन समाज के लोग संत शिरोमणी सेन जी महाराज की तस्वीर एवं श्रीराधाकृष्ण भगवान की तस्वीर, ध्रुव आदिवासी समाज के लोग अपने पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचे थे। उनका स्वागत बाजे-गाजे के साथ श्रीराधाकृष्ण मंदिर के ट्रस्टी मोहनलाल, गोपाल गिरधारी अग्रवाल के अलावा शहरवासियों ने किया। फूलों की वर्षा की गई। लोग नाचने झूमने लगे। मंच संचालन राजू काबरा एवं सरोज कंसारी ने की। इस दौरान देवांगन समाज, सेन समाज, पटेल समाज, कहार समाज, धोबी समाज, कुम्हार समाज का सम्मान किया गया। पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय का तिलक वंदन कर उपर्णा ओढ़ाकर सम्मान किया गया।