भुरसीडोंगरी में चमत्कार: पत्थरों पर उभरा शीतला और मावली माता का स्वरूप, दर्शन के लिए उमड़ी भीड़
भुरसीडोंगरी गांव में स्थित पत्थरों पर शीतला और मावली माता के स्वरूप उभरा है। जिसे लोग चकात्कर मानकर दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं।
पत्थरों पर उभरा शीतला और मावली माता का स्वरूप
अंगेश हिरवानी- नगरी। छत्तीसगढ़ के नगरी- सिहावा के जंगल और पहाड़ों के बीच बसे भुरसीडोंगरी गांव में चमत्कार देखने को मिला। यहां स्थापित दो साधारण पत्थरों पर माता शीतला और माता मावली के स्वरूप स्पष्ट रूप से उभरने लगे हैं। इस अनोखे दृश्य ने ग्रामीणों सहित आसपास के श्रद्धालुओं को अचंभित कर दिया है। अब यह स्थान आस्था का नया केंद्र बनता जा रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि, धार्मिक और सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए दिसंबर 2023 में बैठक आयोजित की गई थी। इसके बाद बस्तर के जगदलपुर के प्रसिद्ध आंगा देव को बुलाया गया। उन्होंने पूजा-अर्चना कर ग्रामीणों को पूर्व दिशा में जाकर पत्थर लाने का निर्देश दिया। गांव से होकर बहने वाली सीता नदी से मिला पत्थर शीतला माता के रूप में तथा गांव के मैदान से मिला दूसरा पत्थर मावली माता के रूप में स्थापित किया गया।
बदलने लगा पत्थरों का रंग
इस क्वांर नवरात्र 2024 तक इन पत्थरों का रंग बदलने लगा, उनमें दिव्य आभा फैलने लगी और आंख, नाक व मुख की आकृतियां स्पष्ट दिखाई देने लगीं। श्रद्धालु इसे देवी का साक्षात प्रकट रूप मानकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि, माता की कृपा से गांव में शांति और खुशहाली का वातावरण बना है।
दर्शन के लिए उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़
भुरसीडोंगरी अब धीरे- धीरे एक प्रमुख धार्मिक स्थल के रूप में पहचान बना रहा है। आसपास के गांवों और जिलों से श्रद्धालुओं की लगातार भीड़ दर्शन के लिए पहुंच रही है। ग्रामीणों का विश्वास है कि माता का यह चमत्कार आने वाले समय में क्षेत्र की आस्था का बड़ा केंद्र बनेगा।