छत्तीसगढ़ ने कोस्टारिका भेजा चावल: 12 मीट्रिक टन फोर्टिफाइड राइस का निर्यात, सीएम साय ने बताया ऐतिहासिक उपलब्धि

छत्तीसगढ़ का चावल विदेशी बाजारों में भेजा जाने लगा है। केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री गोयल ने 12 मीट्रिक टन फोर्टिफाइड राइस कोस्टारिका भेजे जाने की जानकारी दी।

Updated On 2025-11-04 18:47:00 IST

12 मीट्रिक टन फोर्टिफाइड राइस 

रायपुर। छत्तीसगढ़ के लिए यह अत्यंत गौरवपूर्ण क्षण है कि, प्रदेश से 12 मीट्रिक टन फोर्टिफाइड राइस कर्नेल (Fortified Rice Kernel – FRK) का निर्यात कोस्टा रिका को किया गया है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस उपलब्धि पर कहा कि, छत्तीसगढ़ की पहचान न सिर्फ वैश्विक मंच पर सुदृढ़ हो रही है, बल्कि पोषण, गुणवत्ता और समृद्धि के क्षेत्र में राज्य की साख को नई ऊँचाई भी प्राप्त हो रही है।

कुपोषण के खिलाफ मुहिम को मिला विस्तार
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि, यह उपलब्धि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में कुपोषण के खिलाफ छेड़ी गई उस मुहिम का विस्तार है, जो अब वैश्विक स्तर पर प्रभाव दिखा रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि, यह हमारे किसानों, मिल संचालकों और निर्यातकों के लिए वैश्विक बाजार में नए अवसर और मूल्यवर्धित कृषि निर्यात को बढ़ावा देने वाला सराहनीय कदम है। साथ ही यह आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। 

‘आत्मनिर्भर भारत’ के विज़न को नई ऊर्जा मिलेगी
फोर्टिफाइड राइस कर्नेल (FRK) में आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन-बी12 जैसे आवश्यक पोषक तत्वों का समावेश किया जाता है। यह प्रयास न केवल खाद्य सुरक्षा को सुदृढ़ करता है, बल्कि समाज के पोषण स्तर को भी बेहतर बनाता है। अब छत्तीसगढ़ के उत्पाद वैश्विक बाजार में ‘पोषण के प्रतीक’ के रूप में उभर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि, यह सफलता न केवल आर्थिक समृद्धि की दिशा में राज्य को आगे बढ़ाएगी, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘कुपोषण मुक्त भारत’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विज़न को नई ऊर्जा प्रदान करेगी।

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने दी जानकारी
उल्लेखनीय है कि, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट करके जानकारी दी है कि, छत्तीसगढ़ से 12 मीट्रिक टन फोर्टिफाइड राइस कर्नेल की पहली खेप कोस्टा रिका के लिए निर्यात की गई है। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुपोषण के खिलाफ अभियान को आगे बढ़ाते हुए यह वैश्विक स्तर पर किया गया प्रयास न केवल हमारे विदेशी व्यापार को सशक्त करता है, बल्कि हमारे पोषण मिशन को भी नई ऊर्जा प्रदान करता है। यह पहल हमारे किसानों, मिल संचालकों और निर्यातकों को नए बाजार, बेहतर मूल्य प्राप्ति और मूल्यवर्धित कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के अवसर प्रदान करती है।

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