धान की पकी फसल पर बरसे बादल: कटाई हो रही प्रभावित, किसानों की बढ़ी चिंता
छत्तीसगढ़ में खेतों में पककर तैयार खड़ी धान की फसल कटाई के वक्त बारिश होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है। लगातार भीग रही फसल के कारण भारी नुकसान की आशंका है।
पकी धान की फसल कटाई के वक्त बारिश से चिंतित किसान
संजय यादव - कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कई जिलों में लगातार हो रही रिमझिम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। खेतों में पककर तैयार खड़ी धान की फसल कटाई के ठीक समय पानी गिरने से नुकसान की आशंका गहराने लगी है। कवर्धा जिले में लगभग 1 लाख 10 हजार किसानों के 90 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में लगी धान की फसल बारिश से प्रभावित हो रही है।
कटाई रुकी, खेतों में भीग रही फसल
दो से तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश और आसमान में छाए बादलों के कारण फसल कटाई का काम रुक गया है। कई जगहों पर खेतों में खड़ी फसल गिरने लगी है, जिससे धान की गुणवत्ता पर असर पड़ने लगा है। किसान अपनी मेहनत को बचाने के लिए तिरपाल और अस्थायी इंतज़ाम कर रहे हैं, लेकिन लगातार नमी के चलते फसल सड़ने का खतरा बढ़ गया है।
कटाई में जल्दबाजी न करें- कृषि विभाग की अपील
कृषि विभाग के डीडीए अमित कुमार मोहंती ने किसानों से अपील की है कि वे अगले तीन-चार दिन तक धान की कटाई रोक दें, उन्होंने कहा, ओड़िशा और आंध्रप्रदेश से आ रहे तूफान के असर से अभी कुछ दिनों तक हल्की बारिश बनी रह सकती है। इसलिए किसान जल्दबाजी न करें और मौसम साफ होने के बाद ही कटाई शुरू करें, साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि जिन किसानों की फसल बारिश या गिरने से प्रभावित हुई है, वे फसल बीमा के लिए आवेदन करें।
किसानों की आवाज
कवर्धा के किसान तिजऊ राम पटेल ने बताया कि- हम लोग कटाई की तैयारी में थे, लेकिन अब बारिश से सारा काम रुक गया है। खेतों में फसल भीगने लगी है, बहुत नुकसान हो सकता है। वही बेमेतरा के किसान शिवकुमार पटेल ने कहा, अगर दो दिन और बारिश जारी रही तो धान का दाना सड़ जाएगा, अब सिर्फ मौसम के साफ होने का इंतजार है।
विशेषज्ञों की चेतावनी
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर मौसम जल्द साफ नहीं हुआ तो उत्पादन में 15 से 20 प्रतिशत तक की गिरावट संभव है। लगातार बारिश से नमी बढ़ने के कारण भंडारण और परिवहन में भी दिक्कतें आने की आशंका है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों तक हल्की बारिश की संभावना जताई है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसल को सुरक्षित रखने के लिए कटाई में जल्दबाजी न करें और मौसम पूरी तरह साफ होने का इंतजार करें।