रेलवे की कार्रवाई से 32 परिवार बेघर: कांग्रेस ने पीड़ित परिवारों के साथ दिया धरना, पुनर्वास और मुआवजे की मांग
जगदलपुर रेलवे क्षेत्र में अतिक्रमण बताकर 32 मकानों को चार दिन पहले जेसीबी मशीन से तोड़े जाने के बाद पीड़ित परिवार धरने पर बैठ गएं हैं।
पूर्व विधायक रेखचंद जैन के साथ धरने पर बैठे पीड़ित परिवार
अनिल सामंत- जगदलपुर। पूर्व तट रेलवे के विशाखापत्तनम मंडल अंतर्गत जगदलपुर रेलवे क्षेत्र में अतिक्रमण बताकर 32 मकानों को चार दिन पहले जेसीबी मशीन से तोड़े जाने के बाद अब विरोध की लहर तेज हो गई है। प्रशासनिक कार्रवाई में वर्षों से रह रहे गरीब परिवार बेघर हो गए। जिससे दीपावली से पहले उनके सामने संकट खड़ा हो गया है।
पीड़ित परिवारों ने नगर निगम कार्यालय के सामने मंगलवार से धरना शुरू कर दिया है और छत्तीसगढ़ सरकार तथा नगर निगम जगदलपुर से वैकल्पिक आवास और मुआवज़े की मांग की है। धरने को जिला कांग्रेस कमेटी बस्तर का समर्थन मिला है। मंगलवार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुशील मोर्य, नेता प्रतिपक्ष राजेश चौधरी और कांग्रेस पार्षद दल के सदस्य धरना स्थल पर पहुंचे और आंदोलनकारियों के साथ केंद्र और राज्य सरकार के जनविरोधी कार्रवाई पर आक्रोश जताया।
यह एक अमानवीय कदम- पूर्व MLA
धरना स्थल पर पहुंचे पूर्व विधायक रेखचंद जैन ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों को आवास देने की बात करते हैं। लेकिन जगदलपुर में दीपावली से पहले गरीबों के घर तोड़कर उन्हें बेघर किया जा रहा है। यह दोहरी नीति और अमानवीय कदम है।
पीड़ित परिवारों ने की पुनर्वास और मुआवज़े की मांग
पीड़ितों का कहना है कि वे वर्षों से वहां रह रहे थे, बिजली बिल, जलकर शुल्क और अन्य शुल्कों का भुगतान नियमित करते रहे हैं, बावजूद इसके उन्हें नोटिस दिए बिना मकान तोड़ दिए गए। कांग्रेस नेताओं ने प्रशासन से तत्काल पीड़ित परिवारों के पुनर्वास और मुआवज़े की घोषणा की मांग की है।
ये पीड़ित लोग परिवार के साथ रहे उपस्थित
इस धरना में पीड़ित परिवार के साथ पूर्व विधायक रेखचन्द जैन समेत जिलाध्यक्ष सुशील मौर्य, नेताप्रतिपक्ष राजेश चौधरी, संजय गांधी वार्ड पार्षद कोमल सेना, सूर्या पानी, लोकेश चौधरी, विक्रम डांगी, शंकर राव, जोष्टिन भवानी, लता निषाद, एस नीला, परमजीत जसवाल, निर्मल लोढ़ा, एम ज्योति राव सहित प्रभावित परिवार उपस्थित रहे।