छत्तीसगढ़ ग्रीन आर्मी की बड़ी पहल: पॉलीथिन मुक्त होंगे प्रदेशभर के मंदिर
ग्रीन आर्मी छत्तीसगढ़ द्वारा "मंदिरों को पॉलीथिन मुक्त" बनाने भव्य बैठक दूधाधारी सत्संग भवन मठपारा में रखी गई।
छत्तीसगढ़ ग्रीन आर्मी
रायपुर। ग्रीन आर्मी छत्तीसगढ़ द्वारा "मंदिरों को पॉलीथिन मुक्त" बनाने भव्य बैठक दूधाधारी सत्संग भवन मठपारा में रखी गई। इस दौरान 125 मंदिरों-मठों के पुजारी, महंत और धार्मिक प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महंत राजेश्री रामसुंदर दास महाराज ने की। उन्होंने कहा, मंदिर केवल पूजा स्थल नहीं, समाज को दिशा देने का केंद्र है। जब मंदिर पॉलीथिन मुक्त होंगे तो समाज भी प्रेरित होगा। यह केवल सफाई का नहीं, बल्कि संस्कार और संस्कृति की शुद्धता का भी अभियान है।
हर श्रद्धालु को यह संकल्प लेना चाहिए कि वह पूजा सामग्री बिना पॉलीथिन के ही लाए। ग्रीन आर्मी का यह प्रयास धर्म और पर्यावरण दोनों की रक्षा का संगम है।" कार्यक्रम का स्वागत उद्बोधन ग्रीन आर्मी छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष एवं संस्थापक अमिताभ दुबे ने किया। उन्होंने कहा, पिछले आठ वर्षों से हम पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण और स्वच्छता के क्षेत्र में कार्यरत हैं। आज धार्मिक समुदाय के साथ यह ऐतिहासिक पहल छत्तीसगढ़ के मंदिरों को पॉलीथिन मुक्त बनाने में मील का पत्थर साबित होगी। जब धर्म और पर्यावरण एक साथ खड़े होते हैं तो परिवर्तन निश्चित होता है।
पॉलीथिन मुक्ति का लिया संकल्प
ग्रीन आर्मी के प्रदेश मीडिया प्रभारी शशिकांत यदु ने बताया कि कार्यक्रम समाप्त होने के पूर्व सभी महंत, पुजारी और सदस्यों ने पॉलीथिन मुक्ति का संकल्प लिया। ग्रीन आर्मी छत्तीसगढ़ ने घोषणा की कि यह अभियान 16 चरणों में निरंतर रूप से व्हाइट विंग के माध्यम से आगे बढ़ाया जाएगा। आगामी चरणों में व्यापारियों, सार्वजनिक भवनों, स्कूल-कॉलेजों, विभिन्न समाजों की समितियों, जनप्रतिनिधियों और सरकारी अधिकारियों की बैठकें भी आयोजित की जाएंगी। यह आयोजन ग्रीन आर्मी छत्तीसगढ़ के इतिहास में एक प्रेरक और सफल कार्यक्रम सिद्ध हुआ, जिसने पूरे प्रदेश में पॉलीथिन मुक्त मंदिरों के अभियान को नई दिशा दी है। इस मौके पर संस्था के जिला अध्यक्ष गुरदीप टुटेजा, व्हाइट विंग की अध्यक्ष निधि अग्रवाल समेत अन्य ने भी अपने विचार व्यक्त किए।