डीएलएड प्रथम वर्ष की कक्षाएं शुरू: प्राचार्य घृतलहरे बोले- मां-बाप के सपनों को साकार करने का लें संकल्प
बेमेतरा जिले में डीएलएड की कक्षाएं शुरू हुईं। प्राचार्य घृतलहरे ने नवप्रवेशी छात्राध्यापकों को मां-बाप के सपनों को ईमानदारी से पूरा करने का संदेश दिया।
कक्षा में उपस्थित नवप्रवेशित छात्र-शिक्षिकाएं
बेमेतरा। जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान डाइट बेमेतरा में सोमवार से डीएलएड प्रथम वर्ष की कक्षाओं का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर नवप्रवेशित छात्र-शिक्षकों का उत्साहपूर्ण स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरआत संस्थान के प्राचार्य जे.के. घृतलहरे सहित सभी आकादमिक सदस्यों ने छात्राध्यपकों को प्रेरक सन्देश दिए और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
प्राचार्य घृतलहरे ने अपने उद्बोधन में कहा कि, डाइट एक प्रशिक्षण संस्थान है, जहां केवल पढ़ाई ही नहीं, बल्कि प्रेरणा, आत्मविश्वास और समाज के प्रति उत्तरदायित्व की भावना विकसित की जाती है। उन्होंने कहा कि, आप सब भविष्य के शिक्षक हैं। अपने माता-पिता के सपनों को पूरी ईमानदारी, तन्मयता और उत्साह के साथ पूरा करें। आपका आचरण और कार्य ही आपकी असली पहचान बनता है। उन्होंने आगे कहा कि, जीवन के हर पड़ाव पर अच्छे शिक्षक मिलेंगे, उनके विचारों और गुणों को आत्मसात कर निरंतर आगे बढ़ना चाहिए।
अच्छे संस्कारों और व्यवहारों को अपनाना
वरिष्ठ व्याख्याता उषा किरण पाण्डेय ने नवप्रवेशी छात्राध्यापकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, वरिष्ठ छात्राध्यापक और संस्थान के शिक्षक सभी के लिए आदर्श हैं। उनके अच्छे संस्कारों और व्यवहारों को अपनाकर अपने जीवन को सफल बनाएं।
सभी को समय का पालन करना चाहिए- व्याख्याता अनिल
वहीं पीएसटीई प्रभारी व व्याख्याता अनिल कुमार सोनी ने छात्राध्यापकों को अनुशासन और जिम्मेदारी के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि, सभी को समय का पालन करना चाहिए, नियमित रूप से संस्थान आना चाहिए और ऐसा कोई कार्य नहीं करना चाहिए जिससे डाइट की छवि पर आंच आए।
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर वरिष्ठ व्याख्याता जी.एल. खुटियारे, थलज कुमार साहू, यमुना जांगड़े, कीर्ति घृतलहरे और श्रद्धा तिवारी ने भी छात्राध्यापकों का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में सभी नवप्रवेशित छात्राध्यापकों ने अपना संक्षिप्त परिचय दिया। कार्यक्रम में संस्थान के लेखापाल अमिंदर भारतीय सहित सभी नवप्रवेशी छात्राध्यापक उपस्थित रहे।