आत्मनिर्भर भारत अभियान: धमतरी पहुंची सांसद रूपकुमारी चौधरी, बोली- 'वोकल फॉर लोकल' संदेश के साथ जन- जन तक जायेंगे

धमतरी में आत्मनिर्भर भारत अभियान पर प्रेस वार्ता रखी गई। इस दौरान महासमुंद सांसद रूपकुमारी चौधरी ने संबोधित करते हुए लोकल उत्पादों के उपयोग पर जोर दिया।

Updated On 2025-10-10 17:16:00 IST

प्रेस वार्ता को संबोधित करती हुईं सांसद रूपकुमारी चौधरी

यशवंत साहू- धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी में आत्मनिर्भर भारत अभियान पर केंद्रित प्रेस वार्ता रखी गई। इस दौरान महासमुंद सांसद रूपकुमारी चौधरी भी शामिल हुईं। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि, पीएम मोदी के नेतृत्व में हम आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। हमें ज्यादा से ज्यादा स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना होगा ताकि हर वर्ग के लोगों तक स्वदेशी की भावना जागृत हो।

सांसद रूपकुमारी चौधरी ने कहा- पीएम मोदी के इस मूलमंत्र को अपना कर पार्टी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान शुरू किया है। यह अभियान 25 सितंबर पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती से प्रारम्भ हुआ है और 25 दिसंबर को छत्तीसगढ़ निर्माता, भारत रत्न श्रद्धेय अटल जी की जयंती तक यह चलेगा।' हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी' की भावना के साथ इस अभियान को जन-जन तक पहुँचाने के लिए आत्मनिर्भर भारत संकल्प सम्मेलन और आत्मनिर्भर भारत संकल्प रथ यात्रा जैसी कई गतिविधियों की योजना बनाई गई है। इस अभियान का उद्देश्य 'वोकल फॉर लोकल' के संदेश को हर भारतीय तक पहुँचाना है।


निर्यात के मामले में भारत की बढ़ रही धाक
पिछले एक दशक से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में स्वदेशी को लेकर जिस तेजी से काम हुआ है, उसका असर सैन्य उपकरणों के निर्यात से लेकर अंतरिक्ष, वैक्सीन हर जगह भारत की बढ़ती धाक में देखा जा सकता है। यदि सिर्फ रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को देखें तो 2014 से पहले जहां हम बड़े पैमाने पर आयात पर निर्भर थे वहीं अब आत्मनिर्भर होते हुए रक्षा निर्यातक बन चुके हैं।

आत्मनिर्भर भारत का संकल्प हो रहा पूरा
भारत का रक्षा निर्यात वित्त वर्ष 2014-15 में 1 हजार 941 करोड़ रूपए से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 में 23 हजार 622 करोड़ रूपए हो गया है। आज हमारे देश ने विश्व के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम के रूप में स्थापित कर लिया है। जहां 17 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर मिले हैं। भारत में 100 से अधिक यूनिकॉर्न आत्मनिर्भर भारत के संकल्प का प्रतीक हैं। सही अर्थ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से अंत्योदय के उद्देश्य को भी पूरा कर रहे हैं।

हर वर्ग के लोगों को मिल रहा लाभ
सांसद रूपकुमारी चौधरी ने कहा- आत्मनिर्भर भारत के स्वप्न को पूरा करने के लिए न्यूनतम सरकार अधिकतम शासन के ध्येय पर चलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में आर्थिक और नीतिगत सुधारों का जो दौर चल रहा है, उसका सबसे अधिक लाभ गरीब, किसान, महिलाओं, मध्यम वर्ग को मिला है। जीएसटी सुधार लागू होने के बाद मैं स्वयं बाज़ारों में जा रहा हूं। जिस तरह का उत्साह हमें देखने को बाज़ारों में मिल रहा है, वह अद्भुत है। बाजार भ्रमण के दौरान मैंने देखा कि लोगों में जीएसटी 2.0 और स्वदेशी उत्पादों को लेकर विशेष उत्साह है।


स्वदेशी उत्पादों के उपयोग की दी सलाह
बाज़ार भ्रमण के दौरान हमने व्यवसायी बंधुओं से भेंट कर उन्हें भी स्वदेशी और आत्मनिर्भरता का लिए प्रेरित किया, सभी आज इस बात पर एकमत हैं कि हम स्वदेश निर्मित उत्पादों से आत्मनिर्भर होकर विकसित भारत का स्वप्न साकार करेंगे। वर्तमान में भारत विश्व की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था है। इस दशक के अंत तक हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। छत्तीसगढ़ का जीएसडीपी भी पांच वर्ष में दुगना कर उसे 10 लाख करोड़ करने का लक्ष्य लेकर हम कार्या कर रहे हैं। यह लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक शासन, दूरदर्शी सुधारों से संभव होगा।

'वोकल फॉर लोकल' के संदेश के साथ जन- जन तक जायेंगे
आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान महात्मा गांधी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए, भारत की संस्कृति, परंपरा और आत्मा को और अधिक सशक्त बनाने का संकल्प है। इस अभियान के तहत 'वोकल फॉर लोकल' के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने के लिए पूरे देश में रथ यात्राएं, सम्मेलन, प्रदर्शनी और स्वदेशी मेले आयोजित किए जा रहे हैं।

हमारा लक्ष्य आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ बनाना
छत्तीसगढ़ इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। हमारा लक्ष्य है कि छत्तीसगढ़ आत्मनिर्भर भारत का अग्रणी राज्य बने। इसके लिए स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाज़ार से जोड़ने की रणनीति पर कार्य किया जा रहा है। यहां की समृद्ध संस्कृति, परंपरागत कला, शिल्प और संसाधन आत्मनिर्भरता के सशक्त उदाहरण हैं।


बस्तर की लोक कला को मिल रही पहचान
बस्तर की लोक कला, चांपा का कोसा और जशपुर की कॉफी अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। महिला स्व-सहायता समूहों ने हर्बल उत्पादों को राष्ट्रीय बाजार तक पहुँचाया है। बस्तर आर्ट, डोकरा, टेराकोटा जैसी कलाएं भारत की सांस्कृतिक आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन रही हैं। जैविक और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देकर हम अपने किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बना रहे हैं।

स्वदेशी को आत्मसात करें
सांसद रूपकुमारी चौधरी ने कहा- नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में आर्थिक और नीतिगत सुधारों का जो दौर चल रहा है, उसका सबसे अधिक लाभ गरीब, किसान, महिलाओं, मध्यम वर्ग को मिला है। दैनिक जीवन में स्वदेशी वस्तुओं का अधिक से अधिक प्रयोग देशभक्ति और राष्ट्र की सेवा का भी माध्यम है। आइए देशसेवा के उपक्रम स्वदेशी को आत्मसात करें और विकसित भारत तथा विकसित छत्तीसगढ़ के स्वप्न को साकार करें।

त्योहारों में खरीदें लोकल सामान
सांसद रूपकुमारी चौधरी ने कहा-  मैं प्रदेशवासियों से आह्वान करना चाहूँगा कि नवरात्रि, दशहरा, दीपावली और आगामी त्योहारों के अवसर पर यह एक सुनहरा मौका है, जब हम स्वदेशी वस्तुओं को अपनाकर बचत भी करें और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मजबूत कदम बढ़ाएं। हम सभी मिलकर आत्मनिर्भर भारत का संकल्प लें।

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