बिहार - नई सरकार की संभावित नई कैबिनेट: BJP, JDU, चिराग-मांझी कोटे से ये नाम लगभग फाइनल! देखें पूरी लिस्ट
बिहार में NDA सरकार के गठन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। BJP, JDU और LJP के बीच नेताओं के नामों पर सहमति लगभग लगभग बन गई है।
इस जीत के बाद अब निगाहें सरकार के गठन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनने वाले नए मंत्रिमंडल पर टिकी हैं।
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में NDA ने एक बार फिर शानदार जीत हासिल करते हुए जनता से स्पष्ट जनादेश प्राप्त किया है। इस जीत के बाद अब निगाहें सरकार के गठन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनने वाले नए मंत्रिमंडल पर टिकी हैं।
चुनावी जीत के साथ ही राजधानी पटना से लेकर दिल्ली तक राजनीतिक गलियारों में बैठकों का दौर तेज है, जहां सभी सहयोगी दल भारतीय जनता पार्टी, जनता दल यूनाइटेड, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा, और राष्ट्रीय लोक मोर्चा, अपने-अपने विधायकों की संख्या और प्रदर्शन के आधार पर मंत्री पदों के लिए दावे पेश कर रहे हैं।
यह मंत्रिमंडल न केवल क्षेत्रीय संतुलन, बल्कि सामाजिक, जातीय समीकरणों और महिला प्रतिनिधित्व के लिहाज से भी अभूतपूर्व माना जा रहा है। खबरों की माने तो बीजेपी और जेडीयू के बीच कोटे का बंटवारा लगभग अंतिम चरण में है, लेकिन चौंकाने वाले फैसलों के लिए जानी जाने वाली बीजेपी कुछ बड़े पदों पर अप्रत्याशित नामों को सामने ला सकती है।
मंत्रिमंडल में शक्ति संतुलन और BJP का निर्णायक रोल
नई सरकार के मंत्रिमंडल में शक्ति का केंद्र भारतीय जनता पार्टी ही रहेगी, जिसकी विधायक संख्या गठबंधन में सबसे अधिक है। इस आधार पर, JDU कोटे से मुख्यमंत्री के अलावा लगभग 12 से 13 मंत्री, जबकि BJP कोटे से दो उपमुख्यमंत्री या संभवतः तीन और विधानसभा अध्यक्ष समेत 15 से 16 मंत्री पद मिलना तय है। चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को उनके शानदार प्रदर्शन के एवज में 2 से 3 मंत्री पद के साथ-साथ उपमुख्यमंत्री पद के लिए भी उनकी दावेदारी मजबूत है।
जीतन राम मांझी की पार्टी 'हम' को एक मंत्री पद और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी (RLM) की ओर से भी एक सीट पक्की मानी जा रही है।
चौंकाने वाले फैसलों के लिए तैयार BJP - उपमुख्यमंत्री पद पर महिला की संभावना
भारतीय जनता पार्टी, केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों पर अक्सर चौंकाने वाले फैसले लेने के लिए जानी जाती है, खासकर जब बात मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों की हो। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार बीजेपी दो उपमुख्यमंत्री या तीन उपमुख्यमंत्री भी बना सकती है, और यह लगभग तय है कि इन सभी उपमुख्यमंत्रियों का चुनाव बीजेपी ही करेगी। सबसे बड़ी अटकल यह है कि जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधने के साथ ही महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए बीजेपी किसी महिला विधायक को भी उपमुख्यमंत्री पद के लिए नामित कर सकती है।
उपमुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष का समीकरण
उपमुख्यमंत्री के लिए बीजेपी कोटे से सम्राट चौधरी का नाम सबसे आगे है, जो पिछड़ा वर्ग से आते हैं। इनके अलावा, कई अन्य वरिष्ठ नाम भी चर्चा में हैं। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी में कई वरिष्ठ और अनुभवी नाम हैं। हालांकि पूर्व अध्यक्ष विजय सिन्हा का नाम भी इस पद के लिए हो सकता है, लेकिन डॉ. प्रेम कुमार, नंद किशोर यादव और मंगल पाण्डेय जैसे कई अन्य वरिष्ठ नाम भी इस पद के लिए गंभीरता से विचार में हैं। अंतिम निर्णय पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा, जो सभी समीकरणों को ध्यान में रखेगा।
भारतीय जनता पार्टी के दमदार प्रदर्शन के बाद संभावित मंत्री सूची
बिहार चुनाव में बीजेपी ने अपनी सीटें बरकरार रखते हुए गठबंधन की जीत में निर्णायक भूमिका निभाई है। इस प्रदर्शन के कारण पार्टी को मंत्रिमंडल में भी सबसे अधिक प्रतिनिधित्व मिलना तय है। पार्टी अनुभव, प्रशासनिक क्षमता और क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व को प्राथमिकता देगी।
संभावित मंत्री-:
पार्टी के सबसे अनुभवी नेताओं में डॉ. प्रेम कुमार और मंगल पाण्डेय का नाम सबसे ऊपर है, जिनका मंत्री बनना तय माना जा रहा है। युवा और प्रभावी चेहरों में नीतीश मिश्रा, संजय सरावगी और नीतिन नवीन जैसे पूर्व मंत्रियों की वापसी लगभग निश्चित है। इसके अलावा, ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू, जीवेश मिश्रा, डॉ. सुनील कुमार, राजू कुमार सिंह, और पवन जायसवाल जैसे नाम भी सूची में हैं। महिला प्रतिनिधित्व को देखते हुए श्रेयसी सिंह को भी कैबिनेट में मौका मिलने की पूरी संभावना है।
JDU के अनुभवी नेतृत्व पर नीतीश कुमार का भरोसा
जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक अच्छा प्रदर्शन किया है। नीतीश कुमार का भरोसा हमेशा पार्टी के अनुभवी और प्रशासनिक क्षमता वाले नेताओं पर रहा है। इसलिए JDU कोटे से बनने वाले मंत्रिमंडल में भी पुराने, भरोसेमंद और दिग्गज नेताओं को ही जगह मिलेगी।
संभावित मंत्री:-
JDU की तरफ से विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र प्रसाद यादव और श्रवण कुमार जैसे अनुभवी नेताओं का मंत्री बनना तय है। मुख्यमंत्री के खास माने जाने वाले अशोक चौधरी और संजय झा का नाम भी सूची में है। महिला कोटे से लेसी सिंह और शीला कुमारी मंडल की वापसी लगभग तय है। अन्य संभावित मंत्रियों में मदन सहनी, जयंत राज, जमा खान, सुनील कुमार, और रत्नेश सदा शामिल हैं, जो विभिन्न जातीय समूहों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
चिराग पासवान की पार्टी का शानदार प्रदर्शन और मजबूत दावेदारी
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने चुनाव में अपनी पार्टी को एक नई पहचान दी है और उनका प्रदर्शन गठबंधन के लिए निर्णायक साबित हुआ है। उनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए, उन्हें न केवल कैबिनेट में सम्मानजनक स्थान दिया जा रहा है, बल्कि उपमुख्यमंत्री पद के लिए भी LJP की ओर से मजबूत दावेदारी सामने आ रही है।
LJP (रामविलास) के संभावित मंत्री:-
LJP कोटे से मंत्री बनने वाले संभावित नामों में राजू तिवारी का नाम प्रमुखता से चल रहा है। इसके अलावा, राजेश वर्मा और युवा चेहरा शांभवी चौधरी को भी मंत्री पद मिल सकता है। LJP का यह प्रतिनिधित्व बिहार की राजनीति में उनके बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है।
छोटे सहयोगी दलों को सम्मान - मांझी और कुशवाहा की पारिवारिक एंट्री
NDA गठबंधन हमेशा अपने छोटे सहयोगियों को सम्मान देने के लिए जाना जाता है। इस बार पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को कैबिनेट में जगह मिल रही है।
जीतन राम मांझी की पार्टी (HAM)
HAM कोटे से एक मंत्री पद तय है, जिसके लिए संतोष कुमार सुमन का नाम अंतिम सूची में शामिल है।
उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी (RLM)
उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी का पूर्व में JDU में विलय हो गया था, लेकिन उनकी NDA में वापसी एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम रहा है। उनकी पत्नी स्नेहालता के चुनाव जीतने के बाद, यह लगभग तय माना जा रहा है कि उन्हें मंत्री बनाकर उपेंद्र कुशवाहा के मजबूत जनाधार को सम्मान दिया जाएगा।
निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह भी नितीश कुमार की नई संभावित कैबिनेट में जगह पा सकतें हैं।