बिहार चुनाव 2025: चुनाव आयोग की सख्ती, दुलारचंद हत्याकांड में बड़ा एक्शन, जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह गिरफ्तार!
मोकामा से जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह को दुलारचंद यादव हत्याकांड के आरोप में 1 नवंबर की रात में गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने उन्हें मुख्य आरोपी बनाया है।
अनंत सिंह की गिरफ्तारी से मोकामा का चुनावी मुकाबला पूरी तरह से बदल गया है, यहां 6 नवंबर को पहले चरण में मतदान होना है।
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के बीच मोकामा विधानसभा क्षेत्र में हुई चुनावी हिंसा के बाद शनिवार देर रात एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया। मोकामा से जनता दल यूनाइटेड के प्रत्याशी बाहुबली नेता अनंत सिंह को पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई 30 अक्टूबर 2025 को मोकामा के टाल इलाके में हुई दुलारचंद यादव हत्याकांड से जुड़ी है, जिसने चुनावी माहौल को गरमा दिया था।
दुलारचंद यादव की दो गुटों के बीच हुई कथित झड़प और गोलीबारी में मौत हो गई थी। इस घटना के बाद मृतक के पोते द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में अनंत सिंह समेत कुल पांच लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया था।
आधी रात को एसएसपी के नेतृत्व में गिरफ्तारी
इस हाई-प्रोफाइल मामले में पुलिस कार्रवाई ने सबको चौंका दिया। पटना के सीनियर एसपी कार्तिकेय शर्मा खुद भारी पुलिस बल के साथ अनंत सिंह की गिरफ्तारी के लिए मोर्चा संभालने बाढ़ पहुचे। देर रात लगभग 1 बजे के आसपास अनंत सिंह को बाढ़ के बेढ़ना गांव स्थित उनके ठिकाने से हिरासत में लिया गया।
सुरक्षा कारणों से उन्हें तत्काल पटना लाया गया। एसएसपी ने बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि अनंत सिंह को उनके दो सहयोगियों, मणिकांत ठाकुर और रणजीत राम के साथ गिरफ्तार किया गया है। दोनों सहयोगी भी घटनास्थल पर मौजूद थे।
साक्ष्यों के आधार पर अनंत सिंह मुख्य आरोपी
पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि पुलिस ने साक्ष्यों, प्रत्यक्षदर्शियों के बयानों और मृतक दुलारचंद यादव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के गहन विश्लेषण के आधार पर कार्रवाई की है। पुलिस की जांच में यह पाया गया है कि चुनावी झड़प और हत्या की यह गंभीर घटना प्रत्याशी अनंत सिंह की उपस्थिति में हुई, जो आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है।
इस हत्याकांड के बाद से ही मोकामा में तनाव का माहौल था और जिला प्रशासन पर त्वरित कार्रवाई का दबाव था। पुलिस का मानना है कि दुलारचंद यादव की हत्या गोली लगने या गाड़ी चढ़ाए जाने से हुई है, और वे जल्द ही तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में लेने के लिए अदालत में पेश करेंगे। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए आगे की जांच सीआईडी को भी सौंप दी गई है।
चुनाव आयोग की सख्ती
अनंत सिंह की गिरफ्तारी को चुनाव आयोग की सख्ती का नतीजा माना जा रहा है। आयोग ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए स्थानीय प्रशासन से जवाब-तलब किया था और दोषी पाए गए भदौर एवं घोसवरी थाना प्रभारियों को निलंबित करने का निर्देश दिया था। इस गिरफ्तारी से मोकामा का चुनावी मुकाबला पूरी तरह से बदल गया है, जहा 6 नवंबर को पहले चरण में मतदान होना है।
अनंत सिंह की पार्टी जेडीयू के लिए यह एक बड़ा झटका है, जबकि विपक्षी दल इसे कानून के राज की जीत बता रहे हैं। पटना के जिलाधिकारी ने मोकामा के मतदाताओं को निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव का आश्वासन दिया है। पुलिस ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।