Babar Azam Captaincy: 'बाबर आजम ने कप्तान के तौर पर बहुत खराब फैसले लिए, और कितने मौके...' शाहिद अफरीदी पाक कप्तान पर भड़के

Shahid afridi on babar azam: पाकिस्तान के टी20 विश्व कप 2024 के ग्रुप स्टेज से ही बाहर होने के बाद बाबर आजम की कप्तानी की जमकर आलोचना हो रही। अब पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने भी बाबर पर सवाल खड़े किए हैं।

Updated On 2024-06-16 17:11:00 IST
शाहिद अफरीदी ने अपने दामाद शाहीन अफरीदी को कप्तानी से हटाने की अटकलों पर बड़ी बात कही है।

नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने बाबर आजम की कप्तानी पर कमेंट किया है। उनकी टिप्पणी पाकिस्तान के टी20 विश्व कप 2024 से पहले दौर से बाहर होने के बाद आई है। अफरीदी ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि टी20 विश्व कप से पहले भी बाबर ने कप्तान के तौर पर भयानक फैसले लिए थे। 

अफरीदी ने आगे कहा, "विश्व कप की अगर बात करें तो उन्हें सुपर ओवर ओवर (अमेरिका के खिलाफ) में गेंदबाज का सामना करने के लिए इफ्तिखार अहमद को नहीं भेजना चाहिए था। उन्हें नॉन स्ट्राइकर एंड पर होना चाहिए था। कप्तान ही ये सभी फैसला लेता है।"

बाबर को बतौर कप्तान पूरे मौके मिले: अफरीदी
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान अफरीदी ने कहा, "हम आजम खान को पावर हिटर मानते हैं। लेकिन, शादाब खान को सुपर ओवर में भेजा गया। पीटीआई ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के सूत्रों का हवाला देते हुए बताया है कि टीम "गुटबाजी" से पीड़ित है। आरोप लगाया गया है कि टीम में तीन समूह हैं, जिनमें से एक का नेतृत्व बाबर कर रहे हैं और अन्य दो का नेतृत्व शाहीन अफरीदी और मोहम्मद रिजवान कर रहे हैं।

'पहले भी पाकिस्तान टीम में गुट होते थे'
अफरीदी ने पाकिस्तान टीम में गुटबाजी विवाद पर बात की। शाहिद अफरीदी के मुताबिक,पाकिस्तान टीम में हमेशा से अलग-अलग गुटबाजी रही है, लेकिन इससे मैदान पर खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर कभी असर नहीं पड़ा। ऐसा कभी नहीं हुआ कि किसी खिलाड़ी की कप्तानी में कुछ खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन न कर पाए हों।

अफरीदी ने बाबर आजम की कप्तानी को लेकर कहा, "बाबर टीम का नेतृत्व करने में असमर्थ रहे हैं जैसा उन्हें करना चाहिए था। मैं इसे दोहराता हूं। पाकिस्तान में बाबर आजम जैसा क्रिकेटर कभी नहीं हुआ। पाकिस्तान में इससे पहले कभी ऐसा लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाला खिलाड़ी नहीं रहा। लेकिन, उन्हें कप्तान के तौर पर बेहतर बनने के लिए पर्याप्त मौके दिए गए हैं। वह ऐसा नहीं कर पाए हैं। अगर उन्होंने कप्तानी स्वीकार नहीं की होती, तो वह अपने क्रिकेट और बल्लेबाजी का और अधिक आनंद लेते।"

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