mlc final: मुंबई टीम ने दूसरी बार जीता खिताब, आखिरी ओवर में मैक्सवेल से नहीं बने 12 रन

mlc final: MI न्यूयॉर्क ने फाइनल में वॉशिंगटन फ्रीडम को हराकर दूसरी बार मेजर लीग क्रिकेट का खिताब जीत लिया। आखिरी ओवर में मुंबई के गेंदबाज रुशिल उगरकर ने 12 रन का बचाव किया।

Updated On 2025-07-14 14:03:00 IST
major league cricket final: MI न्यूयॉर्क ने वॉशिंगटन फ्रीडम को हराकर दूसरी बार मेजर लीग क्रिकेट का खिताब जीता। 

mlc final: MI न्यूयॉर्क टीम मेजर लीग क्रिकेट 2025 की चैंपियन बनीं। फाइनल में मुंबई की टीम ने वॉशिंगटन फ्रीडम को 5 रन से हराया। ये MI न्यूयॉर्क का दूसरा खिताब है। मैच का नतीजा आखिरी ओवर में निकला। मैच में MINY ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 7 विकेट पर 180 रन बनाए थे। जवाब में वॉशिंगटन फ्रीडम 175 रन बना सकी। रुशिल ने 2 विकेट लिए और वो प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। ये मुंबई फ्रेंचाइजी का ओवरऑल 13वां खिताब है। 

अंतिम 6 गेंदों में वॉशिंगटन टीम को 12 रन की दरकार थी। सामने ग्लेन मैक्सवेल और ग्लेन फिलिप्स जैसे धाकड़ बल्लेबाज थे, और गेंद थमाई गई 22 साल के युवा अमेरिकी गेंदबाज़ रुशिल उगारकर को,जो अबतक इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेले थे। लेकिन उन्होंने वो कर दिखाया जो किसी अनुभवी गेंदबाज के लिए भी मुश्किल होता है।

रुशिल ने सिर्फ 6 रन दिए और मैक्सवेल का विकेट भी हासिल किया और MINY को दूसरी बार चैंपियन बना दिया।

फाइनल में ऐसा रहा उतार-चढ़ाव

मैच की शुरुआत वॉशिंगटन फ्रीडम के कप्तान ग्लेन मैक्सवेल के टॉस जीतकर गेंदबाज़ी चुनने से हुई। MINY के लिए क्विंटन डि कॉक और मोनांक पटेल की जोड़ी ने तूफानी शुरुआत दी। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 72 रन जोड़े। डिकॉक ने 46 गेंद पर 77 रन ठोके, जिसमें 8 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उन्होंने निकोलस पूरन (21 रन) के साथ भी 56 रन की अहम साझेदारी की। हालांकि अंतिम ओवरों में MINY की पारी धीमी पड़ी लेकिन कुंवरजीत सिंह के 13 गेंदों में नाबाद 22 रनों की बदौलत टीम 170 के पार पहुंची।

फ्रीडम की जवाबी पारी

फ्रीडम की चेज़ की शुरुआत ही खराब रही जब ट्रेंट बोल्ट ने पहले ओवर में दो विकेट निकालकर झटका दे दिया। लेकिन इसके बाद रचिन रविंद्र ने 41 गेंदों में 70 रन ठोककर टीम को वापसी की उम्मीद दी। उन्होंने जैक एडवर्ड्स (22 गेंदों में 33 रन) के साथ 84 रन की तेज साझेदारी की। हालांकि, मैच का पासा तब पलटा जब फिलिप्स और रविंद्र की साझेदारी धीमी रही। 42 गेंदों में सिर्फ 46 रन आए। यहीं से MINY ने फिर पकड़ बना ली।

ग्लेन फिलिप्स की कोशिशें नाकाम

आखिरी के दो ओवर में फिलिप्स ने ट्रिस्टन लूस और बोल्ट को निशाना बनाकर मैच को रोमांचक मोड़ पर ला दिया। लेकिन आखिरी ओवर में उगरकर ने कमाल कर दिया – पहली ही गेंद पर मैक्सवेल आउट, और फिलिप्स को सिर्फ एक ही गेंद खेलने दी। 6 रन देकर वो हीरो बन गए। MINY की यह जीत इस बात का सबूत है कि युवा खिलाड़ी भी बड़े मंच पर चमक सकते हैं। और क्रिकेट का खेल आखिरी ओवर तक अनिश्चित ही रहता है। 

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