RCB स्टार का धमाका: दलीप ट्रॉफी फाइनल में शतक से BCCI को दिया बड़ा संदेश, क्या टेस्ट टीम में मौका मिलेगा?
Duleep Trophy 2025 final: सेंट्रल जोन के कप्तान रजत पाटीदार ने दलीप ट्रॉफी में शतक ठोका है। यश राठौड़ ने भी नाबाद 137 रन की पारी खेली।
दलीप ट्रॉफी फाइनल में रजत पाटीदार का शतक।
Rajat Patidar century: सेंट्रल जोन के कप्तान रजत पाटीदार ने दलीप ट्रॉफी फाइनल में शतक ठोककर सेलेक्टर्स को जोरदार संदेश दिया। पाटीदार (101) और यश राठौड़ (137*) की शतकीय पारियों की बदौलत सेंट्रल जोन ने साउथ जोन पर बड़ी बढ़त बना ली।
दलीप ट्रॉफी फाइनल के दूसरे दिन सेंट्रल जोन ने अपनी पकड़ और मजबूत कर ली। शुक्रवार को स्टंप्स तक टीम का स्कोर 5 विकेट पर 384 रन रहा और उन्हें साउथ जोन पर 235 रन की बड़ी लीड मिल चुकी है।
रजत पाटीदार का शतक
दिन की शुरुआत सेंट्रल जोन ने 50/0 से की थी। ओपनर दानिश मालेवार (53), अक्षय वडक़र (22) और शुभम शर्मा (6) के आउट होने से टीम शुरुआती मुश्किल में आ गई थी। उस वक्त स्कोर था 93/3। साउथ जोन के पेसर गुरजपनीत सिंह (3/74) ने बादलों की लुकाछिपी के बीच बेहतरीन गेंदबाजी की और शुरुआती झटके दिए। वहीं वासुकी कौशिक ने वडक़र को पवेलियन भेजा। लेकिन हालात तभी बदल गए जब कप्तान पाटीदार और पिछले सीजन के रणजी टॉप स्कोरर यश राठौड़ क्रीज पर आए। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 167 रनों की साझेदारी कर मैच का पासा पलट दिया।
पाटीदार शुरू से ही आक्रामक मूड में दिखे। उन्होंने सिर्फ 115 गेंदों पर अपना 15वां फर्स्ट-क्लास शतक पूरा किया। पाटीदार ने अपने पचास रन 73 गेंदों में बनाए, लेकिन अगली 50 सिर्फ 39 गेंदों में ठोक डालीं। इस दौरान उन्होंने लेग स्पिनर रिकी भुई और तेज गेंदबाज गुरजपनीत सिंह की जमकर खबर ली। हालांकि शतक पूरा करने के बाद वे गुरजपनीत की गेंद पर विकेटकीपर मोहम्मद अजहरुद्दीन को कैच थमा बैठे।
राठौड़ ने भी शतक ठोका
दूसरे छोर पर राठौड़ बेहद सधी हुई बल्लेबाजी करते रहे। उन्होंने पचास रन 84 गेंदों पर पूरे किए और 132 गेंदों में शतक लगाया। शतक पूरा करते ही उन्होंने हाथ फैलाकर मैदान में दौड़ लगाई और जश्न मनाया। दिन का खेल खत्म होने तक वे 137 रन पर नाबाद रहे और उनके साथ सरंश जैन (47)* टिके हुए थे। दोनों ने मिलकर छठे विकेट के लिए 118 रन जोड़ दिए और सेंट्रल जोन को 200 से ज्यादा रन की बढ़त दिलाई।
साउथ जोन की टीम को यहां उनकी कमजोर स्पिन गेंदबाजी का खामियाजा उठाना पड़ा। उनके पास सिर्फ अंकित शर्मा एकमात्र रेगुलर स्पिनर थे, जबकि रिकी भुई की पार्ट-टाइम गेंदबाजी असरदार नहीं रही। इसके उलट सेंट्रल के स्पिनर्स कुमार कार्तिकेय और सरंश जैन ने पहले पारी में मिलकर 9 विकेट निकाले थे। अब फाइनल का रुख पूरी तरह से सेंट्रल जोन की ओर झुक गया है और टीम खिताब से सिर्फ एक-दो कदम दूर लग रही है।