virat kohli: 'कोहली संन्यास लेंगे, पहले से जानता था...' भारतीय दिग्गज बोला- वो मजबूर हो गए थे
ravi shastri on virat kohli retirement: रवि शास्त्री ने कहा कि विराट कोहली के पास टेस्ट में खेलने के लिए 2-3 साल और थे, लेकिन मानसिक थकावट के चलते उन्होंने संन्यास लिया।
रवि शास्त्री ने विराट कोहली के संन्यास को लेकर कहा कि वो मानसिक तौर पर थक गए थे।
ravi shastri on virat kohli retirement: टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। शास्त्री ने कहा कि वह इस फैसले से हैरान थे, क्योंकि उन्हें लगा था कि कोहली के पास अब भी 2-3 साल का टेस्ट करियर बचा था, लेकिन मानसिक थकावट ने उन्हें यह कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
शास्त्री ने यह बातें ICC रिव्यू शो में कहीं, जिसमें उन्होंने विराट से अपनी हालिया बातचीत का भी ज़िक्र किया। शास्त्री ने कहा, 'मैंने विराट से उनके ऐलान से करीब एक हफ्ते पहले बात की थी। उनका दिमाग एकदम साफ था। उन्होंने कहा कि उन्होंने सब कुछ दे दिया है और उन्हें कोई पछतावा नहीं है।'
शास्त्री ने आगे बताया कि कोहली भले ही शारीरिक रूप से फिट थे लेकिन मानसिक रूप से थक चुके थे। उन्होंने कहा, 'शरीर से आप फिट हो सकते हो, टीम के आधे खिलाड़ियों से ज्यादा, लेकिन जब मन थक जाए, तो वही शरीर को संकेत देता है कि अब बहुत हो गया।'
शास्त्री ने कोहली को पिछले दशक का सबसे बड़ा क्रिकेट आइकन बताया। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया हो या साउथ अफ्रीका, विराट के मैच देखने के लिए लोग टीवी से चिपक जाते थे। उनकी शख्सियत में एक जुनून था जो हर जगह फैलता था। ड्रेसिंग रूम से लेकर दर्शकों के ड्राइंग रूम तक।
शास्त्री ने कहा कि विराट मैदान में हर भूमिका निभाने को तैयार रहते थे, फिर चाहे रन बनाना हो, विकेट लेना हो या फील्डिंग में खुद को झोंक देना। उनके मुताबिक, वो (कोहली) हर चीज़ में 100% देते थे। मैदान पर लगता था जैसे वही हर फैसला करेंगे, वही हर कैच लेंगे, वही हर विकेट लेंगे। शास्त्री ने कहा कि इतने ज्यादा इन्वॉल्वमेंट के कारण कोहली को ब्रेक लेना ज़रूरी था, वरना बर्नआउट होना तय था।