ind vs aus Boxing Day Test: क्या है बॉक्सिंग-डे टेस्ट? 26 दिसंबर को ही क्यों खेला जाता, क्रिकेट में मुक्केबाजी कहां से आई, जानें सबकुछ

ind vs aus Boxing Day Test 2024: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 26 दिसंबर से मेलबर्न में चौथा टेस्ट खेला जाएगा। इस मैच को बॉक्सिंग डे टेस्ट क्यों कहा जा रहा। क्रिकेट में बॉक्सिंग कहां से आया? क्यों 26 दिसंबर से ही ये टेस्ट खेला जाता है? क्या है इसका इतिहास।

Updated On 2024-12-22 15:46:00 IST
boxing day test meaning

Boxing Day Test 2024, ind vs aus 4th Test: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का चौथा टेस्ट क्रिसमस के ठीक एक दिन बाद शुरू होगा। यानी 26 दिसंबर से इस टेस्ट की शुरुआत होगी। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले इस मैच को बॉक्सिंग-डे टेस्ट कहा जा रहा। इसे लेकर फैंस के मन में ये सवाल जरूर होगा कि क्रिकेट में बॉक्सिंग कहां से आया। क्यों 26 दिसंबर से खेले जाने वाले को 'बॉक्सिंग-डे टेस्ट' कहा जाता है। 

इस बार भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में खेले जाने वाला टेस्ट ऐतिहासिक रहेगा क्योंकि इस टेस्ट के पहले दिन के लिए 90 हजार दर्शकों ने टिकट खरीदे हैं। चलिए जानते हैं कि क्या होता है बॉक्सिंग डे टेस्ट, क्या है इसका इतिहास और कब से इसकी शुरुआत हुई? 

बॉक्सिंग-डे का इतिहास
क्रिसमस के एक दिन बाद, 26 दिसम्बर को यूनाइटेड किंगडम के अलावा ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा समेत कई कॉमनवेल्थ देशों में बॉक्सिंग डे के रूप में मनाया जाता है। अब फैंस के मन में ये सवाल होगा कि क्या इसका बॉक्सिंग या मुक्केबाजी से कोई कनेक्शन है। तो इसका जवाब नहीं है। 

रोहित शर्मा अगर बॉक्सिंग-डे टेस्ट से हुए बाहर तो कौन खेलेगा? 2 खिलाड़ी रेस में, एक 150 रन ठोक चुका

दरअसल, क्रिसमस डे (25 दिसंबर) के अगले दिन को कई मुल्कों में बॉक्सिंग-डे के नाम से जाना जाता है। दुनिया भर के अलग-अलग देशों में इस दिन को लेकर अलग-अलग मान्यताएं और थ्योरी है। कई देशों में किसे क्रिसमस के गिफ्ट बॉक्स से जोड़कर देखा जाता है। वहीं, कई देशों में क्रिसमस के दिन गरीबों को गिफ्ट करने के लिए रखे बॉक्स से जोड़कर देखा जाता है। क्रिकेट में बॉक्सिंग-डे टेस्ट की शुरुआत 1892 में मेलबर्न में खेले गए शेफील्ड शील्ड मैच से हुई थी। 

बॉक्सिंग-डे टेस्ट से जुड़ी अलग-अलग थ्योरी
बॉक्सिंग डे से एक मान्यता या थ्योरी ये है कि चर्च में क्रिसमस के दौरान एक बॉक्स रखा जाता है। इस बॉक्स में जरूरतमंदों और गरीबों के लिए गिफ्ट रखे जाते हैं। क्रिसमस के अगले दिन यानी 26 दिसंबर को बॉक्स को खोलकर दान में मिला सामान गरीबों में बांट दिया जाता है। क्रिश्चियन लोगों की शादी चर्च में होती है और मैरेज में मिले गिफ्ट को 26 दिसंबर के दिन खोलने की परंपरा है। 

केएल राहुल के बाद रोहित शर्मा भी चोटिल, क्या भारतीय कप्तान बॉक्सिंग डे टेस्ट खेलेंगे?

एक थ्योरी ये भी है कि बॉक्सिंग-डे क्रिसमस की छुट्टी के बाद हफ्ते का पहला दिन होता है। कई लोग क्रिसमस के दिन भी काम करते हैं। ऐसे में उन्हें अगले दिन उनके मालिकों की तरफ से क्रिसमस का गिफ्ट मिलवता है। इसलिए इसे बॉक्सिंग डे कहा जाता है। एक मान्यता ये है कि ये घोड़ों के संरक्षक ईसाई संत सेंट स्टीफन का पर्व भी है। इस खास कारण से, इस दिन कई खेल आयोजन भी होते हैं। राष्ट्रमंडल देश दक्षिणी गोलार्ध में आते हैं, इसलिए दिसंबर, जनवरी और फरवरी गर्मियों के महीने हैं। 

ऐसा माना जाता है कि बॉक्सिंग डे की क्रिकेट में शुरुआत 1892 में हुई थी। तब मेलबर्न में विक्टोरिया और न्यू साउथ वेल्स के बीच क्रिसमस के दौरान मुकाबला हुआ था। इसके बाद हर साल दोनों टीमों के बीच क्रिसमस के दौरान ही मैच खेले जाने लगे और यह परंपरा बन गई। हर मैच में बॉक्सिंग डे का दिन जरूर शामिल होता था।

भारत ने पिछला बॉक्सिंग डे टेस्ट जीता था
ऑस्ट्रेलिया में, मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) हर साल 26 से 30 दिसंबर तक ऑस्ट्रेलियाई टीम और उस दौरे पर आने वाली किसी भी टीम के बीच बॉक्सिंग डे टेस्ट की मेजबानी करता है। पहला बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच 1950 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच हुआ था। भारत ने 1985, 1991, 1999, 2003, 2007, 2011, 2014 और 2018, 2020 में ऑस्ट्रेलिया में बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच खेले हैं। अब 2024 में टेस्ट 26 दिसंबर को होने जा रहा। इसमें से ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 5 टेस्ट में हराया है। 2020 में खेले गए पिछले बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराया था। इस मैच में अजिंक्य रहाणे भारतीय कप्तान थे और उन्होंने शतक ठोक भारत को जीत दिलाई थी। 

Similar News