Mohammed Siraj: ' मेरे लिए दुआ करना...पिता के लिए तो सिराज', बेटे की कामयाबी पर मां ने सुनाई भावुक कहानी
mohammed siraj story: मोहम्मद सिराज ने ओवल में भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई। उनके करियर में पिता का बड़ा हाथ है। मां ने सिराज और पिता के बीच रिश्ते से जुड़ी कहानी साझा की।
मोहम्मद सिराज की मां ने इंग्लैंड दौरे से पहले की एक भावुक कहानी साझा की।
मोहम्मद सिराज ने इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट में कमाल की गेंदबाजी की। उन्होंने दूसरी पारी में 5 विकेट झटक भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई। लेकिन सिराज के इस प्रदर्शन के पीछे घर से जुड़ी कुछ इमोशनल यादें भीं थीं, जो सीरीज खत्म होने के बाद सामने आई।
मां ने बताया कि कैसे इंग्लैंड के लिए रवाना होने से पहले, 31 साल के सिराज ने एक इमोशनल पल शेयर किया था, जिससे ये पता चलता है कि सिराज देश के लिए जीतने को कितनी संजीदगी से जीते हैं। सिराज ने जाने से पहले कहा था कि मां मेरे लिए दुआ करो मैं अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं और देश के लिए जीतना चाहता हूं।
सिराज को पिता को खोने का दर्द है: मां
सिराज की मां ने यह भी कहा कि उनके बेटे को अभी भी अपने पिता को खोने का दर्द है, जिन्होंने उनके सफ़र को आकार देने में अहम भूमिका निभाई। मां ने बताया, 'सिराज अपने पिता से बहुत प्यार करता है, उसके पिता भी उससे उतना ही प्यार करते थे; वह उसके लिए कुछ भी कर सकते थे। मेरी दुआएँ हमेशा सिराज के साथ हैं।' लेकिन परिवार के साथ भावनात्मक जुड़ाव ही सिराज की तरक्की का इकलौता आधार नहीं है।
'विराट का सिराज के करियर में बड़ा प्रभाव'
उनके भाई ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए विराट कोहली के सिराज पर प्रभाव का जिक्र किया। भाई ने कहा, 'सिराज विराट से बहुत प्रेरणा लेते हैं, वह अपने बड़े भाई से भी बढ़कर हैं- आक्रामकता और भूख, जो उन्होंने विराट से सीखी है।'
उन्होंने 2018 का भी ज़िक्र किया, जो सिराज के सफ़र का एक बुरा दौर था। बड़े भाई ने उस दौर को याद करते हुए कहा, '2018 में, सिराज का आईपीएल सीज़न बहुत खराब रहा था, बहुत सारे सवाल उठे थे लेकिन विराट भैया उनके साथ खड़े रहे और उनका समर्थन किया। वह सिराज की खूबियों को जानते थे और उन्होंने आरसीबी और भारतीय टीम, दोनों में उनका साथ दिया - इसलिए सारा श्रेय विराट भैया को जाता है। कई बार सिराज ने खुद स्वीकार किया है कि उनके करियर का श्रेय विराट भाई को जाता है और यह बिल्कुल सच है। उन्हें बिरयानी बहुत पसंद थी, और विराट भैया से कुछ प्रोत्साहन मिलने के बाद, अब वह बिरयानी कम ही खाते हैं।'