Karun Nair: जब किसी ने रन नहीं बनाए, तब मैंने...' करुण नायर ने सेलेक्टर्स पर निकाली भड़ास
karun nair: करुण नायर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जगह नहीं मिलने पर मायूसी जताई। उन्होंने कहा कि जब किसी ने रन नहीं बनाए, तब मैंने बनाए। फिर भी मौका नहीं मिला।
करुण नायर वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए नहीं चुने जाने पर मायूस हैं।
Karun Nair west indies Test Series: करुण नायर को क्रिकेट ने एक और मौका दिया लेकिन वो इसका फायदा उठाने में नाकाम रहे। इंग्लैंड दौरे पर करुण की भारतीय टेस्ट टीम में वापसी हुई थी। उन्हें खेलने का भी मौका मिला लेकिन करुण छाप नहीं छोड़ पाए। अजीत अगरकर की अगुआई वाली सेलेक्शन कमेटी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 टेस्ट की सीरीज के लिए जिस 15 सदस्यीय टीम का ऐलान किया, इसमें नायर का नाम शामिल नहीं है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 अक्टूबर से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज में नायर की जगह देवदत्त पडिक्कल को टीम में शामिल किया गया। इसके अलावा अक्षर पटेल, नितीश कुमार रेड्डी और एन जगदीशन की भी वापसी हुई, जिन्हें भारत बनाम इंग्लैंड 5वें टेस्ट के लिए पहली बार भारतीय टीम में शामिल किया गया था।
मैं सेलेक्शन की उम्मीद कर रहा था: करुण
नायर भारतीय टेस्ट टीम में नहीं चुने जाने के फैसले से मायूस हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें घरेलू श्रृंखला के लिए टीम में जगह मिलने की उम्मीद थी। करुण ने कहा, 'मुझे चयन की उम्मीद थी। मुझे समझ नहीं आ रहा कि क्या कहूं। शब्द नहीं हैं। मेरे पास कहने के लिए ज़्यादा कुछ नहीं है। मेरे लिए जवाब देना बहुत मुश्किल है। आपको शायद चयनकर्ताओं से पूछना चाहिए कि वे क्या सोच रहे हैं।'
करुण ने आगे कहा, 'बात बस इतनी है कि पिछले टेस्ट मैच में, जब पहली पारी में कोई और अर्धशतक नहीं बना पाया था, तब मैंने फिफ्टी ठोकी थी। तो हां, मुझे लगा कि मैंने टीम के लिए योगदान दिया, खासकर पिछले मैच में जिसमें हमने जीत हासिल की थी। लेकिन हां, जो है सो है। ये बातें मायने नहीं रखतीं।'
नायर का इंग्लैंड टेस्ट दौरा निराशाजनक रहा, जहां उन्होंने चार मैचों में 25.62 की औसत से कुल 205 रन ही बनाए थे, जिसमें सिर्फ़ एक अर्धशतक शामिल था।
'सेलेक्टर्स के फैसले का सम्मान करता हूं'
करुण ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया लेकिन चयनकर्ताओं के इस फैसले के बाद उनके पास घरेलू क्रिकेट में वापसी करने और खुद को फिर से साबित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने कहा, 'मैं ज़्यादा कुछ नहीं कह सकता। मैं कुछ भी बदलने के लिए कुछ खास नहीं कर सकता। तो हां, मुझे बस आगे बढ़ते रहना है। कम से कम मेरे नज़रिए से, दूसरों के नज़रिए से नहीं। मेरे दिमाग में, मैं बहुत स्पष्ट हूं। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, उन्होंने फैसला लिया है, और आपको उसका सम्मान करना होगा।'
'करुण से और उम्मीद थी'
इससे पहले गुरुवार को दुबई में टीम की घोषणा करते हुए अगरकर ने करुण के बारे में खुलकर बात की। अगरकर ने कहा था कि सच कहूं तो, हमें करुण से थोड़ी ज़्यादा उम्मीद थी। उन्होंने चार टेस्ट खेले, और आपने एक पारी की बात की। ऐसा ही है। हमें लगता है कि इस समय पडिक्कल थोड़ा और योगदान दे सकते हैं। काश हम सभी को 15-20 टेस्ट खेलने का मौका दे पाते।