ind vs eng test: 'जडेजा क्या पहला टेस्ट खेल रहे थे...' लॉर्ड्स टेस्ट हारने पर पाकिस्तान से उठे ऑलराउंडर पर सवाल
India vs england lords test: लॉर्ड्स टेस्ट में भारत की हार के बाद से ही अकेले संघर्ष करने वाले रवींद्र जडेजा पर उंगलियां उठ रहीं। पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ियों का मानना है कि जडेजा थोड़ा आक्रामक होते तो भारत मैच जीत सकता था।
ravindra jadeja lord's test: पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटरों ने भी रवींद्र जडेजा की बल्लेबाजी पर सवाल उठाए हैं।
India vs england lords test: भारत को लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड ने 22 रन से हराया। इस मुकाबले में टीम इंडिया 193 रन नहीं बना सकी। सिर्फ रवींद्र जडेजा आखिर तक संघर्ष करते रहे। वो अर्धशतक जमाकर नॉट आउट लौटे। इस प्रदर्शन के बाद जडेजा की चौतरफा तारीफ हो रही। तो वहीं, कई लोग उनकी धीमी बल्लेबाजी और बड़े शॉट्स नहीं खेलने की रणनीति पर सवाल उठा रहे। जडेजा पर सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी सवाल हो रहे। पाकिस्तान के कई दिग्गजों का मानना है कि जडेजा ज्यादा जोखिम ले सकते थे और जो मैच भारत हारा, वो जीत सकता था।
पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी बासित अली ने कहा कि अगर जडेजा ने थोड़ी और हिम्मत दिखाई होती, तो भारत यह मैच जीत सकता था। बासिल ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'क्या ये जडेजा का पहला टेस्ट था? इतने अनुभव के बाद भी उन्होंने ओवर के आखिरी दो गेंदों पर बाउंड्री मारने की कोशिश क्यों नहीं की?>'
बासित ने कहा कि जडेजा को जावेद मियांदाद की तरह सोच कर आखिरी गेंदों पर चौके-छक्के लगाने चाहिए थे। खासकर जब उन्हें दूसरे छोर से जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज का साथ मिला था। बता दें कि जडेजा ने बुमराह के साथ 35 रन जोड़े थे। दोनों की साझेदारी 132 गेंद चली यानी 22 ओवर तक दोनों डटे रहे।
कामरान अकमल ने भी बासित की बातों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि जब शोएब बशीर और जो रूट गेंदबाजी कर रहे थे, तब जडेजा को सामने आकर बड़े शॉट खेलने चाहिए थे। अकमल ने कहा कि वो गेंदों को छोड़ते जा रहे थे, जबकि उन्हें आगे बढ़कर छक्के मारने चाहिए थे। थोड़ा और इरादा दिखाते तो कहानी कुछ और होती।
जडेजा ने इस सीरीज में लगातार चार अर्धशतक जड़े हैं, और वो बेहतरीन फॉर्म में हैं। लेकिन टेस्ट मैच जीतने के लिए आपको जोखिम लेना होता है और अगर लॉर्ड्स में जडेजा वो लेते और आक्रामक रवैया अपनाते तो शायद नतीजा कुछ और होता।