IND W vs PAK W: न मिले हाथ...न हुई बात, वर्ल्ड कप में भी एशिया कप का सिलसिला जारी, सना से बिना हैंडशेक आगे बढ़ गईं हरमनप्रीत
India vs Pakistan handshake controversy: भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर और पाकिस्तान की फातिमा सना ने टॉस के वक्त हाथ मिलाने से किया इनकार। बीसीसीआई की सलाह के बाद भारतीय महिला टीम ने भी अपनाई पुरुष टीम जैसी नीति।
भारत और पाकिस्तान के कप्तान ने नहीं मिलाए हाथ।
India vs Pakistan handshake controversy: आईसीसी महिला वनडे विश्व कप 2025 के ग्रुप मैच में रविवार को कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में कुछ ऐसा नजारा देखने को मिला जिसने क्रिकेट फैंस को चौंका दिया। भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर और पाकिस्तान की कप्तान फातिमा सना ने टॉस के दौरान एक-दूसरे से हाथ मिलाने से साफ इनकार कर दिया।
यह कदम उस फैसले की अगली कड़ी माना जा रहा, जब हाल ही में खत्म हुए एशिया कप में भारतीय मेंस टीम ने भी पाकिस्तान खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया था। खबरों के मुताबिक, बीसीसीआई ने महिला टीम को भी यही सलाह दी थी कि वो मैदान पर पाकिस्तान खिलाड़ियों से औपचारिक हैंडशेक न करें।
हरमनप्रीत ने पाकिस्तानी कप्तान से नहीं मिलाया हाथ
आईसीसी के नियमों के मुताबिक, किसी टीम या खिलाड़ी को हाथ न मिलाने पर कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती क्योंकि यह अनिवार्य नहीं है। हां, अगर किसी का बर्ताव खेल की भावना के खिलाफ पाया जाता है, तभी सजा दी जा सकती है।
वर्ल्ड कप में भी नो हैंडशेक
भारत और पाकिस्तान के बीच यह मुकाबला ऐसे वक्त में खेला गया जब दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। पहलगाम आतंकी हमले, जिसमें 26 पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी, और उसके बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर ने रिश्तों में और खटास डाल दी है। इसी पृष्ठभूमि में यह मैच खेला गया और खिलाड़ियों के रवैये में भी वही झलक दिखी।
खास बात यह है कि पिछले कुछ महीनों से भारत और पाकिस्तान की टीमें सिर्फ न्यूट्रल पर ही भिड़ रही हैं। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के बाद से ही दोनों देशों के बीच यह व्यवस्था लागू है, और अब यह 2027 तक जारी रहेगी। यही वजह है कि पाकिस्तान महिला टीम अपने सभी विश्व कप मुकाबले कोलंबो में ही खेल रही है।
मैच से पहले दोनों कप्तानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में शांति और खेल की भावना की बात जरूर की थी लेकिन मैदान पर सीन पूरी तरह अलग था। टॉस के बाद जब एंकर ने हाथ मिलाने के लिए कहा, तो दोनों कप्तानों ने बस हल्की-सी मुस्कान दी और अपनी-अपनी जगह लौट गईं।
इस घटना ने सोशल मीडिया पर तूफान मचा दिया है। कुछ लोगों ने भारतीय टीम के रुख को देशभक्ति बताया, जबकि कुछ ने इसे स्पोर्ट्समैनशिप के खिलाफ कहा।