rohit virat retirement: 'कोई जबरदस्ती संन्यास...' रोहित-विराट के रिटायरमेंट पर कोच गंभीर ने तोड़ी चुप्पी, बोली बड़ी बात
rohit virat test retirement: रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट से संन्यास को लेकर हेड कोच गौतम गंभीर ने बड़ी बात कही है। गंभीर ने कहा कि किसी खिलाड़ी को रिटायरमेंट के लिए मजबूर करना गलता है, ये निजी फैसला होता है।
हेड कोच गौतम गंभीर ने रोहित-विराट के टेस्ट से संन्यास पर बड़ी बात बोली है।
rohit virat test retirement: टीम इंडिया के नए हेड कोच गौतम गंभीर ने इंग्लैंड दौरे से पहले बड़ी बात कही। 5 टेस्ट की सीरीज के लिए जहां रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गज अब इस फॉर्मेट में नहीं दिखेंगे, वहीं गंभीर ने इसे युवाओं के लिए सुनहरा मौका करार दिया।
क्रिकेट नेक्स्ट से बातचीत में गंभीर ने कहा, 'हां, हमें दो सीनियर खिलाड़ियों के बिना रहना पड़ेगा। लेकिन यही वो समय है जब किसी और को आगे आकर कहने का मौका मिलेगा-हां, मैं तैयार हूं। मुश्किल जरूर होगा, लेकिन यकीन है कि कई खिलाड़ी आगे आएंगे।'
गंभीर ने चैंपियंस ट्रॉफी का उदाहरण देते हुए कहा, 'जब बुमराह उस टूर्नामेंट में नहीं थे, तब भी मैंने यही कहा था कि किसी की गैरमौजूदगी किसी और के लिए खास करने का मौका बन सकती है।'
संन्यास लेना खिलाड़ी का निजी फैसला: गंभीर
रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट से अचानक विदाई से जुड़े सवाल पर गंभीर ने कहा, 'जब कोई खिलाड़ी खेलना शुरू करता है और कब रुकना है, ये फैसला सिर्फ उसका होता है। कोई कोच, चयनकर्ता या कोई और उसे जबरन नहीं रोक या कह सकता कि अब रिटायर हो जाओ।'
उनका यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब टीम इंडिया एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही। अगली टेस्ट सीरीज में कई युवा खिलाड़ी जैसे शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, अर्शदीप सिंह जैसे नामों पर दारोमदार होगा। गंभीर का मानना है कि नई पीढ़ी खुद को साबित करने के लिए तैयार है।
गंभीर के बयान का मतलब क्या?
कोच के रूप में गंभीर खिलाड़ियों में आत्मविश्वास और मौका देने की बात कर रहे। वो मानते हैं कि हर संकट एक मौका लाता है, और यही सोच भारत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकती है। साथ ही, वो साफ कर रहे हैं कि संन्यास का सम्मान होना चाहिए-यह किसी पर थोपा नहीं जा सकता।