AUS vs SA: कैमरन ग्रीन को नए नियम से मिला जीवनदान, फिर ठोका ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरा सबसे तेज शतक
AUS vs SA: कैमरन ग्रीन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे वनडे में महज 47 गेंद में शतक ठोका। ये ऑस्ट्रेलिया की तरफ से वनडे का दूसरा सबसे तेज शतक है। ग्रीन 55 गेंद में 118 रन की पारी खेल नाबाद लौटे। इस पारी के दौरान उन्हें आईसीसी के नए नियम के तहत जीवनदान मिला और इसके बाद उन्होंने शतक ठोक डाला।
कैमरन ग्रीन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए वनडे का दूसरा सबसे तेज शतक ठोका।
AUS vs SA 3rd ODI: ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे और आखिरी वनडे में रनों का पहाड़ खड़ा किया। ऑस्ट्रेलिया ने 50 ओवर में 2 विकेट पर 431 रन बनाए। ये ऑस्ट्रेलिया का वनडे का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने 2006 में जोहान्सबर्ग में साउथ अफ्रीका के खिलाफ ही 434 रन ठोके थे।
ऑस्ट्रेलिया को तीसरे वनडे में 431 रन के स्कोर तक पहुंचाने में ट्रेविस हेड, मिचेल मार्श के अलावा कैमरन ग्रीन का बड़ा हाथ रहा। इन तीनों ही बल्लेबाजों ने शतक ठोका। लेकिन, ग्रीन ने तो ऐसी आतिशी पारी खेली कि महज 47 गेंद में ही सैकड़ा जड़ दिया।
ग्रीन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए दूसरा सबसे तेज शतक ठोका
यह केवल तीसरी बार है जब ऑस्ट्रेलिया ने वनडे में 400 रनों का आंकड़ा पार किया है। ऑस्ट्रेलिया के लिए शीर्ष तीन बल्लेबाजों ट्रेविस हेड, मिशेल मार्श और कैमरन ग्रीन ने शतक ठोके, जोकि रिकॉर्ड है। ऑस्ट्रेलिया वनडे क्रिकेट के इतिहास में, 4897 मैचों में, सिर्फ़ दूसरी ऐसी टीम बन गई जिसके सभी शीर्ष तीन बल्लेबाज़ों ने एक ही पारी में शतक जड़े। यह दुर्लभ उपलब्धि हासिल करने वाली पहली टीम दक्षिण अफ्रीका थी, जिसने 2015 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ शतक जड़ा था।
उस अवसर पर, सलामी बल्लेबाज हाशिम अमला (153 *) और राइली रुसो (128) ने एक ठोस नींव रखी, जिसके बाद एबी डिविलियर्स ने 44 गेंदों में 149 रनों की तूफानी पारी खेली। उस पारी के दौरान, उन्होंने सबसे तेज एकदिवसीय शतक का रिकॉर्ड भी बनाया, जो उन्होंने केवल 31 गेंदों में पूरा किया था।
- 434/4 बनाम दक्षिण अफ्रीका, जोहान्सबर्ग, 2006
- 431/2 बनाम दक्षिण अफ्रीका, मैके, 2025*
- 417/6 बनाम अफगानिस्तान, पर्थ (वाका), 2015
- 399/8 बनाम नीदरलैंड, दिल्ली, 2023
ग्रीन ने 47 गेंद में शतक ठोका
कैमरन ग्रीन 55 गेंद में नाबाद 118 रन बनाए। ये ऑस्ट्रेलिया की तरफ से दूसरा सबसे तेज शतक है। ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे तेज वनडे सेंचुरी का रिकॉर्ड ग्लेन मैक्सवेल के नाम है। मैक्सवेल ने 2003 के वनडे विश्व कप में नीदरलैंड्स के खिलाफ 40 गेंद में शतक जमाया था। अब ग्रीन ने 47 गेंद में सैकड़ा ठोका है। हालांकि ग्रीन ये रिकॉर्ड नहीं बना पाते अगर आईसीसी का नया नियम लागू नहीं होता तो, जब ग्रीन 84 रन पर खेल रहे थे, तब नए नियम के मुताबिक उनको नॉटआउट कर दे दिया गया था।
मार्श-हेड ने पहले विकेट के लिए 250 रन जोड़े
ग्रीन की पारी की बात करें तो उन्हें ट्रेविस हेड और मिचेल मार्श के बीच पहले विकेट के लिए 250 रन की रिकॉर्ड साझेदारी के बाद तीसरे नंबर पर बैटिंग के लिए भेजा गया था। उन्होंने शुरुआत से ही अपने तेवर दिखा दिए थे और महज 28 गेंद में अपने 50 रन पूरे कर लिए थे। इसके बाद अगले 50 रन के लिए उन्होंने महज 19 गेंद ली। ग्रीन ने 8 छक्के और 6 चौके मारे।
ऑस्ट्रेलिया के लिए कप्तान मिचेल मार्श और सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड ने 250 रनों की विशाल साझेदारी करके एक बेहतरीन नींव रखी। ये दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनकी अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी और वनडे में किसी ऑस्ट्रेलियाई जोड़ी द्वारा की गई पाँचवीं सर्वश्रेष्ठ साझेदारी है।
हेड ने 80 गेंद में सेंचुरी जमाई
हेड शानदार फॉर्म में थे, उन्होंने सिर्फ़ 80 गेंदों में अपना 7वां वनडे शतक जड़ा। वो 103 गेंदों पर 16 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 142 रनों की तेज़ पारी खेली। मार्श ने इसके बाद एक और संयमित शतक जड़ा। 106 गेंदों पर 100 रन। लेकिन यह उपलब्धि हासिल करने के बाद अगली ही गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट हो गए।
इसके बाद ग्रीन ने शुरुआत से ही तेज़ी पकड़ी और एलेक्स कैरी के साथ 164 रनों की अटूट साझेदारी की, जिन्होंने 37 गेंदों पर नाबाद 50 रन बनाए। ग्रीन का यह तूफानी शतक वनडे इतिहास का 11वाँ सबसे तेज़ शतक है, जो ऑस्ट्रेलिया के मध्यक्रम में उनकी विस्फोटक क्षमता को दिखाता है।
मैक्के की सपाट पिच पर, जहां गलती की गुंजाइश बहुत कम थी, दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज़ों की खूब किरकिरी हुई। ख़ास तौर पर तेज़ गेंदबाज़ों को इसका खामियाज़ा भुगतना पड़ा, जहाँ वियान मुल्डर ने सात ओवरों में 93 रन दिए, जो किसी दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज़ का वनडे क्रिकेट में सबसे महंगा स्पेल था। स्पिनर केशव महाराज (57 रन देकर 1 विकेट) एकमात्र विकेट लेने वाले गेंदबाज़ रहे जबकि कॉर्बिन बॉश (68 रन देकर 0 विकेट) ने मेहमान टीम के लिए एक मुश्किल दिन में नियंत्रण की झलक दिखाई।