Akash deep: पिता-भाई को खोया, भावुक आकाश दीप ने कैंसर से जूझ रही बहन को समर्पित की जीत
Akash deep story: आकाश दीप ने एजबेस्टन टेस्ट में 10 विकेट लेकर भारत की जीत में अहम रोल निभाया। उन्होंने भारत की जीत कैंसर से जूझ रही बहन को समर्पित की। बता दें कि आकाश अपने पिता और भाई को भी खो चुके हैं।
Akash deep ने कैंसर से जूझ रही बहन को समर्पित की जीत।
Akash deep story: भारतीय तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप ने एजबेस्टन टेस्ट में 10 विकेट लेकर इतिहास रच दिया। वो इंग्लैंड में चेतन शर्मा के बाद दूसरे भारतीय हैं। आकाश ने दूसरी पारी में 6 और पहली पारी में 4 शिकार किए। इस शानदार प्रदर्शन से भी ज़्यादा दिल छू लेने वाला पल तब आया, जब उन्होंने ये जीत अपनी कैंसर से जूझ रही बहन अखंड ज्योति सिंह को समर्पित कर दी।
एक इंटरव्यू में आकाश दीप की बहन ने भावुक होते हुए बताया कि उन्हें तीसरे स्टेज का कैंसर है और इलाज अभी 6 महीने और चलेगा। उन्होंने बताया, 'इंग्लैंड दौरे से पहले हम उन्हें एयरपोर्ट पर छोड़ने गए थे। मैंने उनसे कहा था कि मेरे लिए मत सोचो, देश के लिए अच्छा खेलो। और आज जब उन्होंने 10 विकेट लिए हैं, तो पूरा परिवार बेहद खुश है।'
आकाश ने जीत कैंसर से जूझ रही बहन को समर्पित की
स्टंप माइक की तरह यह कहानी भी करोड़ों दिलों को छू गई, क्योंकि आकाश दीप का यह जज़्बा सिर्फ खेल के लिए नहीं, परिवार के लिए भी था। ज्योति ने कहा, 'जब भी वो विकेट लेते हैं, पूरा मोहल्ला हमारी तालियां सुन लेता है। बहन ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि आकाश दीप ने उनके कैंसर की बात सार्वजनिक कर दी है। शायद हम इसके लिए तैयार नहीं थे, लेकिन जिस तरह उन्होंने भावुक होकर मेरे नाम ये जीत समर्पित की, वो मेरे लिए बहुत बड़ी बात है।'
ज्योति ने बताया कि आईपीएल 2025 के दौरान भी जब वह लखनऊ सुपर जायंट्स से खेल रहे थे, तब भी वह अस्पताल में उनसे मिलने आते थे। मैच से पहले या बाद में चाहे जैसे भी हो, वो मिलने जरूर आते थे।
आकाश से बात करने के बाद मैंने रोने लगी: ज्योति
बहन ज्योति ने बताया कि एजबेस्टन में भारत की पहली जीत के बाद वीडियो कॉल पर आकाश दीप से बात करने के बाद वह रो पड़ी थीं। मैच खत्म होने के बाद, हमने दो बार वीडियो कॉल पर बात की, और फिर सुबह 5 बजे। आकाश ने मुझसे कहा कि चिंता मत करो, पूरा देश हमारे साथ है। मैं ये बात सुनकर खुद को रोक नहीं पाई और मेरी आंखों से आंसू बहने लगे। ऐसा भाई दुर्लभ है। वह हमारी बहुत मदद करता है और हमसे बात किए बिना कोई काम नहीं करता। वह परिवार के साथ सब कुछ शेयर करता है। चूंकि हमारे पिता और सबसे बड़े भाई अब हमारे साथ नहीं हैं, इसलिए अब वह पूरे घर का प्रबंधन कर रहा है।
बहन ज्योति ने आगे बताया, 'ऐसा भाई बहुत कम होता है। पापा और बड़े भाई के जाने के बाद, अब वही घर संभालता है। हम तीन भाई-बहन थे, एक बहन की पहले ही मौत हो चुकी है। आकाशदीप सबसे छोटा है।'
आकाश दीप ने अब तक 8 टेस्ट में 25 विकेट लिए हैं, लेकिन उनके लिए सबसे बड़ी उपलब्धि शायद बहन की मुस्कान है। ज्योति ने बताया, जब आकाश वापस आएगा, तो मैं उनके लिए दही बड़ा बनाऊंगी। वही उसे सबसे ज़्यादा पसंद है।