भारत का सबसे स्वच्छ और ग्रीन सिटी कौन सा है?, पर्यावरण पर विशेष लेख
जानिए भारत का सबसे स्वच्छ और हरित शहर कौन सा है, इंदौर कैसे बना पर्यावरण संरक्षण का उदाहरण, और इसके ग्रीन इनिशिएटिव क्या हैं।
भारत, जो विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, आज केवल आर्थिक विकास ही नहीं, बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में भी कदम बढ़ा रहा है। इस सफर में कुछ शहर दूसरों के लिए उदाहरण बनकर उभरे हैं। इनमें सबसे आगे है, मध्यप्रदेश का इंदौर, जिसे न सिर्फ सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है, बल्कि ग्रीन सिटी की दिशा में भी यह देशभर में अग्रणी बन चुका है।
भारत का सबसे स्वच्छ और ग्रीन सिटी
स्वच्छ भारत मिशन की रैंकिंग में इंदौर लगातार सातवीं बार (2023 तक) भारत का सबसे स्वच्छ शहर घोषित हो चुका है। इसके साथ-साथ इंदौर ने पर्यावरण संरक्षण, वेस्ट मैनेजमेंट और अर्बन ग्रीनरी के क्षेत्र में भी कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
इंदौर को ग्रीन और क्लीन बनाने वाले प्रमुख कारण
- 100% डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन
- जीरो वेस्ट लैंडफिल मॉडल: कचरे को वैज्ञानिक रूप से निपटाया जाता है।
- कचरे से बिजली उत्पादन – बायो-CNG प्लांट और वेस्ट टू एनर्जी प्लांट कार्यरत।
- शहर में 56% से अधिक हरित आवरण (Green Cover)
- नर्मदा रिवर फ्रंट, हरा भरा बायो डाइवर्सिटी पार्क, और 300+ शहरी उद्यान
- ई-रिक्शा, साइकिल ट्रैक और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा
अन्य ग्रीन शहर जो प्रेरणा दे रहे हैं
रैंक शहर राज्य विशेषता
1 इंदौर मध्य प्रदेश सबसे स्वच्छ व ग्रीन मॉडल सिटी
2 मैसूर कर्नाटक बगीचों व हरा क्षेत्र से समृद्ध
3 गांधीनगर गुजरात नियोजित हरित शहर
4 चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश पर्यावरण-अनुकूल निर्माण और ग्रीन ज़ोन
5 पुणे महाराष्ट्र शहरी ग्रीन प्लानिंग व ई-मोबिलिटी
पर्यावरण संरक्षण में इंदौर से क्या सीखें?
- सामूहिक भागीदारी: इंदौर की सफलता के पीछे स्थानीय नागरिकों की सक्रिय भागीदारी है।
- प्रौद्योगिकी और नवाचार: वेस्ट मैनेजमेंट और स्मार्ट टेक्नोलॉजी का संयोजन।
- प्रेरणादायक प्रशासन: नगर निगम, जनसहयोग और निजी भागीदारी का उत्कृष्ट मॉडल।