सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पर छिड़ा विवाद: यूसुफ पठान ने वापस लिया नाम, ममता बैनर्जी बोलीं-TMC सांसद का नाम सरकार फाइनल नहीं कर सकती

Update:2025-05-19 13:39 IST

यूसुफ पठान ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से वापस लिया नाम, ममता बैनर्जी ने बताई वजह। 

Yusuf Pathan, TMC MP Yusuf Pathan, All-Party Delegation
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Yusuf Pathan in All-Party Delegation: भारत सरकार ने देशभर के 59 सांसदों के 7 प्रतिनिधिमंडल बनाए हैं, जो अमेरिका-ब्रिटेन सहित विभिन्न देशों में जाकर ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखेंगे। लेकिन टीएमसी (तृणमूल कांग्रेस) सांसद यूसुफ पठान ने सोमवार (19 मई) को इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से अपना नाम वापस ले लिया। टीएमसी इकलौती पार्टी है, जिसने अपने सांसद का नाम प्रतिनिधिमंडल से वापस लिया है।

सूत्रों की मानें तो टीएमसी ने यूसुफ पठान का नाम सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से इसलिए वापस लिया है, क्योंकि केंद्र सरकार ने पार्टी से परामर्श किए बिना सीधे उनका नाम मनोनीत किया था।

ममता बनर्जी बोलीं-हमारे पास कोई अनुरोध नहीं आया
टीएमसी चीफ और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, हमारे पास कोई अनुरोध नहीं आया। अगर अनुरोध आता है तो निश्चित ही हम विचार करते। विदेशी मुद्दों में पर हमने हमेशा केंद्र सरकार की नीति का समर्थन किया है। वर्तमान में भी हम केंद्र के विचारों और कार्यों का समर्थन करते हैं, लेकिन सदस्यों का नाम वह खुद तय नहीं कर सकते। अगर मुझसे वह किसी को भेजने का अनुरोध करेंगे तो हम नाम तय करेंगे और बताएंगे।  

सरकार कैसे कर सकती है TMC प्रतिनिधि का सिलेक्शन
टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा-तृणमूल के प्रतिनिधि पर केंद्र सरकार कैसे फैसला कर सकती है। विपक्षी दलों से उन्हें इसके लिए चर्चा करनी चाहिए थी। पार्टी अपने किस सांसद को भेजेगी? यह भाजपा कैसे तय करेगी? टीएमसी एकमात्र पार्टी है, जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले का राजनीतिकरण नहीं किया। प्रतिनिधिमंडल का भी हम बहिष्कार नहीं कर रहे हैं।

कांग्रेस ने भी उठाए सवाल

  1. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी प्रतिनिधमंडल पर सवाल उठाए हैं। पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने X पर लिखा था कि कांग्रेस ने जिन 4 सांसदों का नाम प्रस्तावित किया था, प्रतिनिधिमंडल में उनमें से किसी को शामिल नहीं किया गया। जबकि, सरकार ने शाशि थरूर, मनीष तिवारी और सलमान खुर्शीद, और फतेहगढ़ सांसद अमर सिंह को अपनी स्वेच्छा से नामित कर लिया।
  2. कांग्रेस ने इसे सरकार का सस्ता राजनीतिक खेल बताया। बताया कि पार्टी की ओर से पूर्व मंत्री आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नसीर हुसैन और लोकसभा सांसद राजा बरार नाम प्रस्तावित किया था, किरेन रिजिजू द्वारा जारी सूची में गोगोई, हुसैन या बरार का नाम नहीं है। 
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