Online Trading Scam: असम में 22 हजार करोड़ रुपए के ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कैम का भंडाफोड़, मुख्यमंत्री सरमा ने चेताया

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लोगों से शेयर बाजार में धोखाधड़ी वाले ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट से बचने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कम समय में पैसा दोगुना करने के दावे आमतौर पर फ्रॉड होते हैं।

Updated On 2024-09-04 12:26:00 IST
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Online Trading Scam: असम में एक बड़े ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कैम का पर्दाफाश हुआ है। असम पुलिस ने बुधवार को बताया कि इस घोटाले में ब्रोकरों ने लोगों को उनके पैसे दोगुना करने का झांसा देकर 22 हजार करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की है। पुलिस ने इस मामले में डिब्रूगढ़ के 22 वर्षीय ऑनलाइन ट्रेडर विशाल फूकन और गुवाहाटी के स्वप्निल दास को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा और गिरफ्तारियों की उम्मीद जताई जा रही है।

आरोपी ने घोटाले के पैसे से कई संपत्तियां खरीदीं
पुलिस ने बताया कि विशाल फूकन लग्जरी लाइफस्टाइल का शौकीन है। जिसके चलते उसने आसानी से हजारों लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर लिया और उन्हें 60 दिनों में 30% रिटर्न दिलाने का भरोसा दिया। ऑनलाइन शेयल ट्रेडिंग स्कैम के लिए उसने चार फर्जी कंपनियां बनाई, असम फिल्म उद्योग में निवेश किया और कई संपत्तियां खरीदीं। पुलिस ने उसके डिब्रूगढ़ स्थित घर पर छापा मारा और घोटाले से जुड़े दस्तावेज़ बरामद किए। अब पुलिस असमिया कोरियोग्राफर सुमी बोरा की भी तलाश कर रही है, जो फूकन के नेटवर्क से जुड़ी बताई जा रही हैं।

ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कैम पर सीएम सरमा का बयान
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लोगों को धोखाधड़ी वाले ऑनलाइन स्टॉक मार्केट इन्वेस्टमेंट से दूर रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कम समय में पैसे दोगुना करने का दावा आमतौर पर धोखाधड़ी वाला होता है। उन्होंने कहा, "मैं लोगों को सूचित करना चाहता हूं कि इन ऑनलाइन ट्रेडिंग फर्मों के जरिए स्टॉक मार्केट में निवेश करने का कोई वैध तरीका नहीं है। धोखेबाज़ लोगों को गुमराह कर रहे हैं। मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे धोखेबाज़ों से दूर रहें। पुलिस ने अवैध ब्रोकरों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। हम राज्य में पूरे रैकेट को उजागर करने की कोशिश करेंगे।"

नियमों का उल्लंघन कर रही हैं ट्रेडिंग फर्म
मुख्यमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि कई ऑनलाइन ट्रेडिंग फर्म असम में SEBI और रिजर्व बैंक (RBI) की गाइडलाइंस का पालन किए बिना ही बिजनेस को बढ़ावा दे रही हैं।

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