India-China Disengagement: LAC पर डेपसांग और डेमचोक में पीछे हटी भारत-चीन की सेना; अब शुरू होगी पेट्रोलिंग

अप्रैल 2020 में वास्तविक नियंत्रण रेखा (वास्तविक सीमा) पर चीनी सैनिकों की आक्रामकता के कारण भारत और चीन के संबंध खराब हो गए थे।

Updated On 2024-10-30 17:23:00 IST
भारत- चीन ने LAC पर डेपसांग, डेमचोक में पूरी तरह से डिसएंगेजमेंट किया पूरा।

India-China Disengagement : भारत और चीन के बीच डेपसांग और डेमचोक में डिसइंगेजमेंट एक्सरसाइज पूरी कर ली गई है। इसके बाद से दोनों देशों के सशस्त्र बल ग्राउंड लेबल पर सत्यापन कर रहे हैं। भारतीय सेना के सूत्रों ने एएनआई को बताया कि दोनों पक्षों द्वारा जल्द ही सीमा पर समन्वित गश्त शुरू होगी।

साथ ही इसके बारे में ग्राउंड कमांडर बातचीत करते रहेंगे। दोनों पक्ष कल दिवाली के लिए मिठाइयों का आदान-प्रदान करेंगे। भारतीय और चीनी सैनिक पदों को खाली करने और बुनियादी ढांचे को हटाने की पुष्टि कर रहे थे। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 21 अक्टूबर को घोषणा की कि नई दिल्ली और बीजिंग पूर्वी लद्दाख के पास एलएसी पर शेष घर्षण बिंदुओं पर सैनिकों को हटाने के लिए एक समझौते पर पहुंचे हैं। प्रमुख समझौते के बाद, दोनों देशों ने अगले दिन डेमचोक और देपसांग मैदानों में दो घर्षण बिंदुओं पर सैनिकों की वापसी शुरू कर दी है। 

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अप्रैल 2020 में वास्तविक नियंत्रण रेखा (वास्तविक सीमा) पर चीनी सैनिकों की आक्रामकता के कारण भारत और चीन के संबंध खराब हो गए थे। 15 जून 2020 को संबंध सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए थे, जब 20 भारतीय सैनिक- चीनी सेना से भिडकर शहीद हो गए थे। दोनों देशों के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में झड़प हुई थी। भारत तब से कहता आ रहा है कि चीन के साथ द्विपक्षीय संबंध तभी सामान्य होंगे जब एलएसी पर स्थिति मई 2020 से पहले जैसी होगी।

रूस में मिले थे मोदी और जिनपिंग
पिछले हफ्ते, भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों में नरमी के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के कज़ान में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। पीएम मोदी ने कहा कि सीमा पर शांति बनाए रखना हमारी प्राथमिकता रहनी चाहिए। दोनों देशों के राष्ट्रअध्यक्षों के बीच यह पांच साल यह पहली बैठक थी।

इस बैठक में दोनों देशों के नेताओं ने कहा था कि सीमा पर शांति बनाए रखना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए और आपसी विश्वास, आपसी सम्मान और आपसी संवेदनशीलता इसका आधार होगा चाहिए। बैठक में पीएम मोदी ने कहा, "मुझे विश्वास है कि हम खुले दिल से बातचीत करेंगे और हमारी चर्चा रचनात्मक होगी।"
 

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