Ax-4 मिशन: अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक उड़ान, स्पेस यान से साझा किए अनुभव; देखें Video
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ISS की ओर बढ़ते हुए बोले- 'तिरंगे के साथ उड़ान गौरव की बात है'। जानिए उनकी अंतरिक्ष यात्रा का हर अपडेट।
Shubhanshu Shukla on Ax-4 Mission
Shubhanshu Shukla Spaceflight Video: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की यात्रा पर हैं। एक्सिओम स्पेस ने गुरुवार को X पर उनका एक वीडियो शेयार किया, जिसमें शुभांशु ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा के रोमांचक अनुभव साझा किए हैं। ड्रैगन कैप्सूल से भारतवासियों के नाम भेजे अपने पहले संदेश में उन्होंने कहा, कंधे पर तिरंगा था और दिल में देश। मैं अकेला नहीं था, 1.4 अरब भारतीय मेरे साथ हैं।
ISS से सिर्फ 400 मीटर दूर यान, शाम 4:30 बजे डॉकिंग संभावित
Axiom Space की ओर से X (Twitter) पर जारी लाइव अपडेट में शुभांशु ने बताया कि Ax-4 मिशन इन-फ्लाइट में मैं काफी उत्साहित हूं। पृथ्वी को ऊपर से देखना एक चित्रकार का सपना देखना जैसा था।
ड्रैगन यान इस वक्त पृथ्वी की सतह से 418 किमी की ऊंचाई पर 28,000 किमी/घंटा की रफ्तार से ISS की कक्षा में है। डॉकिंग का समय शाम 4:30 IST निर्धारित किया गया है। शुभांशु ने अपना पहला अनुभव साझा करते हुए कहा -लॉन्च के 10 मिनट बाद जब ड्रैगन यान रॉकेट से अलग हुआ, तो मैंने खिड़की से झांका और सूरज की रोशनी, तारों की झिलमिलाहट और पृथ्वी के नीले-हरे रंग देखे। वो दृश्य कभी नहीं भूलूंगा।
शुभांशु ने बताया कि माइक्रोग्रैविटी में तैरना मजेदार है। हालांकि, शुरुआत में यह अनुभव कुछ अजीब लगा। पानी को पाउच से स्ट्रॉ से पीना भी चुनौतीपूर्ण लेकिन रोमांचक था। शुभांशु ने संदेश में कहा - 41 साल बाद हम फिर अंतरिक्ष में हैं। इस बार मेरी पीठ पर तिरंगा है, और दिल में पूरा देश है। मेरे लिए ये सिर्फ एक उड़ान नहीं, बल्कि भारत की वैश्विक वैज्ञानिक उपस्थिति और गर्व का प्रतीक है।
योग, हंसी और जिम्मेदारी: भारतीय संस्कृति की झलक
शुभांशु ने बताया, उन्होंने क्रू के साथ हंसी-मजाक किया, कुछ योग मुद्राएं भी आजमाईं और अब वे दीवारों से हैंडल पकड़कर ISS की ओर बढ़ते हुए नियमित कार्य कर रहे हैं। कहा, यह यात्रा सिर्फ मेरी उड़ान नहीं, भारत के ह्यूमन स्पेसफ्लाइट कार्यक्रम की शुरुआत है।
Ax-4 मिशन क्रू में वैश्विक प्रतिनिधित्व
Ax-4 मिशन में भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के साथ अमेरिका, पोलैंड और हंगरी के भी अंतरिक्ष यात्री हैं। अमेरिका के पूर्व NASA अंतरिक्ष यात्री कमांडर पेगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोश उज्नांस्की और हंगरी से टिबोर कपु मिशन का हिस्सा हैं।
41 साल बाद भारत का अंतरिक्ष में मानव मिशन
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की यह अंतरिक्ष यात्रा भारत के स्पेस प्रोग्राम के नए युग की शुरुआत है। राकेश शर्मा पहले भारतीय थे, जिन्होंने 1984 में अंतरिक्ष यात्रा की थी। इसके बाद भारत के लिए यह दूसरा ऐतिहासिक क्षण है, जब भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष की ओर रवाना हुए हैं।