योग का चमत्कार: ब्रेन ट्यूमर और पैरालिसिस को दिया मात, अब दुनिया को संदेश दे रहे कृष्ण मिश्रा

योग गुरु कृष्ण मिश्रा ने ब्रेन ट्यूमर के कारण हुए पैरालिसिस को योग से मात दी। अब उन्होंने दुनियाभर में हजारों लोगों को योग, ध्यान और डिवाइन एस्ट्रोलॉजी से जोड़ा है।

Updated On 2025-06-20 22:32:00 IST

योग का कमाल : ब्रेन ट्यूमर और पैरालिसिस को मात देकर दुनियाभर संदेश दे रहीं योग गुरु कृष्ण मिश्रा

Yoga Day 2025: 9 वर्ष की उम्र में सिर से पिता का साया उठ गया, थोड़ा बड़ा हुआ तो ब्रेन ट्यूमर ने घेर लिया और सारल 1982 में मेरा ब्रेन ट्यूमर का सक्सेसफुल ऑपरेशन हुआ, लेकिन इसकी वजह से मेरा राइट पार्ट पैरालाइज हो गया और मैं कुछ भी करने में असमर्थ हो गया। इसके बाद फिजियोथेरेपी के दौरान मुझे योग की भी प्रेरणा मिली कि योग कैसे आपका ब्लड को सकुर्लेट करता है। मैंने योग करना प्रारंभ किया और दो सालों में मेरा पैरालाइज्ड पार्ट भी पूरी तरह से सही हो गया। यह कहना है प्रसिद्ध योग गुरु कृष्ण मिश्रा या कृष्ण गुरुजी का। 

गांधीनगर कुष्ठ रोग आश्रम में योग

योग दिवस 2025 की पूर्व संध्या पर हरिभूमि कार्यालय पहुंचे योग गुरु कृष्ण मिश्रा ने अपने जीवन से जुड़े अनुभव साझा किए। कहा, ब्रेन टयूमर से पैरालाइज्ड होने के बाद मेरे भीतर घर की जिम्मेदारियों की सोच थी, इसलिए मैंने उल्टे हाथ से लिखना शुरू किया और साल 1985 में मेरी नियुक्ति एलआई सी में हुई।

योग गुरु कृष्ण मिश्रा ने कहा, मैंने जीवन में कभी हार नहीं मानी और मेरे इन कठिन पड़ावों में योग मेरा सहायक बना। मैंने योग को केवल स्वयं तक ही सीमित नहीं रखा बल्कि देश और दुनिया के साथ साथ हाशिए पर मौजूद समाज, समाज से तिरस्कृत समाज को भी योग से जोड़ा। इसका एक ही कारण था कि सभी स्वस्थ्य और प्रसन्न हों। 2025 में आज योग दिवस के अवसर पर गांधीनगर कुष्ठ रोग आश्रम में मैं करीब 54 लोगों को योग कराऊंगा।

अमेरिकी क्रूज से लेकर कैलाश मानसरोवर तक योग
कृष्ण ने कहा कि मैंने डिवाइन एस्ट्रोलॉजी की शुरूआत की और 10 देश के लोग डिवाइन एस्ट्रोलॉजी के माध्यम से इसमें मुझसे जुड़े हैं जो एक प्रकार से योग, ध्यान और प्राणायाम का ही एक रूप है।

कृष्ण गुरु ने कहा, 2020 में मैंने ट्रांसजेंडर समुदाय को ऑनलाइन योग कराया, 2015 में चलती ट्रेन में, 2016 में एयरपोर्ट पर, 2017 में महाकाल मंदिर में भिक्षुओं के साथ, 2018 में कैलाश मानसरोवर में ऊंचाई पर ऑक्सीजन के अभाव में 2019 में अमेरिका के क्रूज पर, 2021 में विश्व भर के सूर्योदय से सूर्यास्त तक ऑनलाइन सत्र, 2023 में कुलियों के साथ योग कराया और सामाजिक एकता का संदेश दिया।

योग के माध्यम से बताई पितृ दोष निवारण विधि
कृष्ण गुरु ने कहा, आज जहां बड़े-बड़े पंडित पितृ दोष के रूप में महंगी पूजा पाठ, हवन-पूजन के लिए हजारों रुपए ऐंठते हैं। उसकी जगह मैंने लोगों को योग के माध्यम से पितृ दोष निवारण की विधि बताई, जो मानव स्वयं अनुलोम विलोम से मिलती जुलती विधि का ही रुप है। कृष्ण ने डिवाइन एस्ट्रोलॉजी हीलिंग के बारे में बताते हुृए कहा, डिवाइन एस्ट्रोलॉजी में मनुष्य के भीतर की पूरी रुहानी शक्ति को केंद्रित करके उसकी पीड़ादायक स्थान पर लगाया जाता है और वो ठीक हो जाता है, इसे मैं ईश्वर की देन की कहूंगा कि इस प्रकार मेरे द्वारा कई लोगों ने कष्टों और पीड़ा से मुक्ति पाई है।

रिपोर्ट: मधुरिमा राजपाल 

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