Children Health Care: क्या आप बच्चे को देते हैं चाय-कॉफी? हो जाएं सतर्क, वरना बढ़ सकती है मुश्किल
Children Health Care: बच्चों को चाय-कॉफी देना सेहत के लिए हो सकता है खतरनाक, इसलिए जानिए इससे जुड़ी गंभीर समस्याएं और सावधानियां।
बच्चों के लिए चाय-कॉफी नुकसानदायक (Image: grok)
Children Health Care: घर में जब माता-पिता दिन की शुरुआत चाय या कॉफी से करते हैं, तो बच्चे भी जिद करने लगते हैं। कई माता-पिता इसे मासूम जिद समझकर बच्चों को थोड़ा-बहुत चाय या कॉफी दे देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत बच्चे की सेहत पर गंभीर असर डाल सकती है? बच्चों को चाय-कॉफी देना एक छोटी सी गलती नहीं, बल्कि भविष्य की बड़ी परेशानी बन सकती है।
कैफीन बच्चों के लिए क्यों खतरनाक हैं?
चाय और कॉफी में कैफीन पाया जाता है, जो बच्चों के लिए यह नुकसानदायक हो सकता है। कैफीन बच्चों के नर्वस सिस्टम पर सीधा असर डालता है, जिसकी वजह से बेचैनी और नींद की कमी हो सकती है।
नींद पर पड़ता है सीधा असर
बच्चों की ग्रोथ और दिमागी विकास के लिए पूरी नींद बेहद जरूरी होती है। चाय या कॉफी पीने से बच्चे को देर तक नींद नहीं आती या नींद बार-बार टूटती है। नींद पूरी न होने पर बच्चा थका-थका रहता है, पढ़ाई में मन नहीं लगता और उसका व्यवहार भी चिड़चिड़ा हो सकता है।
पाचन तंत्र हो सकता है कमजोर
बच्चों का पाचन तंत्र काफी नाजुक होता है। चाय-कॉफी पीने से पेट दर्द, एसिडिटी, गैस और भूख न लगने जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। कई बार बच्चे ठीक से खाना नहीं खाते, जिससे उनके शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते।
आयरन की कमी का खतरा
चाय में मौजूद टैनिन आयरन के अवशोषण को रोकता है। अगर बच्चा नियमित रूप से चाय पीता है, तो उसके शरीर में आयरन की कमी हो सकती है। इससे एनीमिया, कमजोरी, थकान और ध्यान केंद्रित करने में परेशानी हो सकती है, जो बच्चे की पढ़ाई और सेहत दोनों को प्रभावित करती है।
दिल की धड़कन और बेचैनी बढ़ सकती है
कैफीन का अधिक सेवन बच्चों में दिल की धड़कन तेज कर सकता है। इसके साथ ही घबराहट, हाथ-पैर कांपना और बेचैनी जैसी समस्याएं भी देखने को मिल सकती हैं। छोटे बच्चों के लिए यह स्थिति डरावनी भी हो सकती है।
पढ़ाई और व्यवहार पर असर
चाय-कॉफी पीने से कुछ समय के लिए बच्चा एक्टिव महसूस कर सकता है, लेकिन बाद में एनर्जी अचानक कम हो जाती है। इससे ध्यान भटकता है, पढ़ाई में मन नहीं लगता और बच्चे का व्यवहार असंतुलित हो सकता है।
बच्चों के लिए क्या हैं बेहतर विकल्प?
- दूध या हल्दी वाला दूध
- सूप
- गुनगुना पानी
- हर्बल ड्रिंक
ये विकल्प बच्चे को पोषण भी देंगे और नुकसान भी नहीं पहुंचाएंगे।
माता-पिता को किन बातों का रखना चाहिए ध्यान
माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों के सामने चाय-कॉफी को लेकर संतुलन बनाएं। बच्चों को इसके नुकसान सरल भाषा में समझाएं और खुद भी उनके सामने सीमित मात्रा में ही सेवन करें। अच्छी आदतें बचपन में ही डाली जाएं, ताकि बच्चा स्वस्थ भविष्य की ओर बढ़ सके।
बच्चों को चाय-कॉफी देना एक छोटी सी बात लग सकती है, लेकिन इसका असर उनकी सेहत, नींद और विकास पर पड़ सकता है। इसलिए ये जान लें कि, इस तरह की सावधानी आपके बच्चे को स्वस्थ और मजबूत बना सकती है।
डॉ. स्पूर्ति अरुण का कहना है कि, 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कैफीन की कोई भी मात्रा सुरक्षित नहीं होती, इसलिए उन्हें चाय या कॉफी नहीं देना चाहिए।
Source: https://www.dtnext.in/wellbeing/2023/02/24/caffeine-not-good-for-kids-below-12-years-doctors
(Disclaimer): ये लेख सामान्य जानकारी के लिए दिया गया है। हरिभूमि इसकी पुष्टि नहीं करता, बच्चों की सेहत से जुड़े किसी भी फैसले से पहले बाल रोग विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
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