Health Tips: कंधे और गर्दन में दर्द को हल्के में न लें, हो सकती है गंभीर बीमारी

Health Tips: कंधे और गर्दन के दर्द को हल्के में न लें। यह सिर्फ थकान नहीं, बल्कि गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है।

Updated On 2025-08-28 22:00:00 IST

गर्दन में दर्द होना मामूली लक्षण नहीं (Image: Grok)

कंधे और गर्दन में दर्द अक्सर हम हल्के में ले लेते हैं. काम के लंबे घंटे, मोबाइल और कंप्यूटर का अत्यधिक इस्तेमाल या गलत पॉस्चर, इन सबको हम सामान्य वजह मान लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लगातार दर्द सिर्फ थकान नहीं, बल्कि शरीर में किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है? अगर इसे समय रहते नजरअंदाज किया गया, तो यह न सिर्फ आपकी दैनिक गतिविधियों में बाधा डाल सकता है, बल्कि गंभीर बीमारी का रूप भी ले सकता है।

कंधे और गर्दन दर्द के आम कारण

गलत पॉस्चर और लंबी बैठने की आदत

ऑफिस में लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करना या मोबाइल देखते समय झुककर बैठना गर्दन और कंधों पर दबाव डालता है।

मांसपेशियों में खिंचाव

अचानक भारी वजन उठाना या अत्यधिक व्यायाम करना मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द का कारण बन सकता है।

स्लीपिंग पॉस्चर का गलत होना

गलत तरीके से सोना, बहुत ऊँचे या बहुत नीचले तकिए का इस्तेमाल करना भी गर्दन और कंधे की मांसपेशियों को प्रभावित करता है।

तनाव और चिंता

मानसिक तनाव भी मांसपेशियों में कठोरता और दर्द पैदा कर सकता है।

कब बन सकता है गंभीर बीमारी का संकेत?

  • कंधे और गर्दन में हल्के दर्द को अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, लेकिन कुछ लक्षणों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
  • लगातार दर्द जो हफ्तों तक ठीक न हो
  • हाथ और उंगलियों में सुन्नपन या झुनझुनी
  • सिरदर्द और चक्कर के साथ दर्द
  • अचानक कमजोरी या संतुलन खोना
  • ये लक्षण सर्विकल स्पाइन की समस्या या न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर का संकेत हो सकते हैं। ऐसे में विशेषज्ञ से तुरंत परामर्श लेना चाहिए।

रोजमर्रा की आदतें जो दर्द बढ़ा सकती हैं

  • मोबाइल और लैपटॉप का अधिक उपयोग
  • “टेक्स्ट नेक” या “मोबाइल नेक” आजकल आम समस्या बन गई है। लगातार स्क्रीन की ओर झुककर देखने से गर्दन में तनाव और दर्द बढ़ता है।
  • भारी बैग या गलत बैग कैरी करना
  • एक तरफा बैग हमेशा कंधों पर दबाव डालता है और मांसपेशियों में असंतुलन पैदा करता है।

अत्यधिक शारीरिक परिश्रम

  • अचानक वजन उठाना या स्ट्रेचिंग के बिना व्यायाम करना भी मांसपेशियों में चोट और दर्द का कारण बन सकता है।

दर्द कम करने के सरल उपाय

सही पॉस्चर अपनाएं

काम करते समय पीठ और गर्दन को सीधा रखें। स्क्रीन की ऊँचाई आंखों के स्तर पर हो।

वार्म-अप और स्ट्रेचिंग

रोजाना हल्के स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें। गर्दन को धीरे-धीरे घुमाएं और कंधों को रिलैक्स रखें।

हॉट कॉम्प्रेस और मसाज

दर्द वाले हिस्से पर गर्म पानी की पट्टी रखने से रक्त संचार बढ़ता है और मांसपेशियां रिलैक्स होती हैं।

आराम और नींद

  • सही तकिए और आरामदायक पोजिशन में सोना बहुत जरूरी है।
  • योग और हल्की एक्सरसाइज
  • शिशुासन, भुजंगासन और कटि-स्नायु स्ट्रेचिंग से दर्द में राहत मिलती है और मांसपेशियां मजबूत होती हैं।

कंधे और गर्दन का दर्द केवल थकान का संकेत नहीं है। यह शरीर का एक इशारा है कि कुछ ठीक नहीं है। समय पर सावधानी, सही आदतें और आवश्यक उपचार से आप दर्द को नियंत्रित कर सकते हैं और गंभीर समस्याओं से बच सकते हैं। याद रखें, अपनी सेहत को नज़रअंदाज करना सबसे बड़ा जोखिम है।

(Disclaimer): इसमें दी गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। यदि आपको गर्दन या कंधे में लगातार दर्द या अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो रही है, तो कृपया तुरंत योग्य चिकित्सक या विशेषज्ञ से परामर्श लें। 

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