Health Tips: गर्दन के कालेपन को हल्के में न लें, इस गंभीर बीमारी के हो सकते हैं संकेत, जान लेंगे तो फायदे में रहेंगे

Health Tips: गर्दन का रंग अगर गहरा हो रहा है और साफ करने के बाद भी अंतर नहीं पड़ रहा है तो ये एक बीमारी का संकते हो सकता है। इसे मैल समझकर नज़रअंदाज़ न करें।

Updated On 2024-03-08 14:59:00 IST
गर्दन का कालापन और उभरी लाइनें नज़रअंदाज न करें।

Health Tips: उम्र बढ़ने के साथ बहुत से लोगों की गर्दन पर काली मोटी लाइने बनने लगती हैं। कई बार गर्दन के कालेपन को मैल समझ लिया जाता है। हालांकि अच्छी तरह से क्लीनिंग के बाद भी ये लाइनें और कालापन रह जाता है। आपकी स्किन का रंग अगर बदलने लगे तो ये एक बीमारी अकन्थोसिस निगरिकन्स के लक्षण हो सकते हैं। इस बीमारी के चलते शरीर में कई जगह पर पिगमेंटेशन हो शुरू हो सकता है। 

बीमारी है डायबिटीज होने का भी संकेत
अकन्थोसिस निगरिकन्स एक पिगमेंटेशन है जो कि डायबिटीज की वजह से होता है। बहुत से लोग इस बात से अनजान होते हैं कि वे डायबिटीज के शिकार हो चुके हैं या प्री डायबिटीक बन चुके हैं। डायबिटीज होने पर बॉडी इंसुलिन रेजिस्टेंस हो जाती है और इसके चलते गर्दन पर पिगमेंटेशन नजर आने लगते हैं।

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मायोक्लीनिक के मुताबिक डायबिटीज के चलते अकन्थोसिस निगरिकन्स  होने पर स्किन पर बड़े-बड़े काले पैचेस बनने शुरू हो जाते हैं। ऐसे में इसे लेकर लापरवाही बरतना बड़ी भूल हो सकती है। 

अकन्थोसिस निगरिकन्स के लक्षण
प्री डायबिटीज के कई लक्षणों में से एक संकेत स्किन का डार्क होना भी है। इसे अकन्थोसिस निगरिकन्स कहा जाता है। इस बीमारी में स्किन पर खासतौर पर गर्दन के पिछले हिस्से पर गहरा कालापन दिखता है। स्किन सख्त होने लगती है और उस पर रैशेज की प्रॉब्लम भी शुरू हो जाती है। इस बीमारी में गर्दन के अलावा बगल, पेट या जांघ के बीच का हिस्सा, हथेलियां, पैर के तलवे, घुटने, होंठ और कोहनी की स्किन भी प्रभावित हो सकती है। 

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क्यों होती है बीमारी?
अकन्थोसिस निगरिकन्स की समस्या ज्यादातर मामलों में डायबिटीज होने पर होती है। यानी शरीर के इंसुलिन रेजिस्टेंस होने के बाद ये बीमारी शुरू होती है। कई बार हार्मोनल इन्बैलेंस भी इस परेशानी की वजह बन सकता है। कई बार मेडिकेशन की वजह से भी इस बीमारी की शुरुआत हो सकती है। लिंफोमा कैंसर होने की सूरत में भी अकन्थोसिस निगरिकन्स हो सकता है। 

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