Health: मानसून में जोड़ों का दर्द क्यों बढ़ता है? जानें कारण, लक्षण और राहत के आसान उपाय

बारिश और नमी के मौसम में अक्सर जोड़ों का दर्द, सूजन और अकड़न बढ़ जाती है। जानें डॉक्टरों से मानसून और गठिया का कनेक्शन, दर्द कम करने के आसान घरेलू उपाय और सही सावधानियां।

By :  Desk
Updated On 2025-09-02 16:53:00 IST

मानसून में जोड़ों का दर्द: कारण, सावधानियां और उपाय

डॉक्टर्स की सलाह के साथ आसान गाइड

मानसून का मौसम जितना सुहाना होता है, उतना ही यह बुजुर्गों और गठिया (Arthritis) से पीड़ित लोगों के लिए चुनौती लेकर आता है। बारिश और नमी के कारण जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन की शिकायत बढ़ जाती है। विशेषज्ञ मानते हैं कि सही जानकारी और सावधानियां अपनाकर इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।

क्यों बढ़ जाता है जोड़ों का दर्द मानसून में?

डॉ. अनिल रहेजा, सीनियर कंसल्टेंट-ऑर्थोपेडिक्स, अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, दिल्ली के अनुसार:

  • बारिश के मौसम में नमी और अचानक तापमान में बदलाव दर्द को ट्रिगर करते हैं।
  • ठंडक से मांसपेशियां कठोर हो जाती हैं, जिससे दर्द बढ़ता है।
  • इस मौसम में लोग कम सक्रिय रहते हैं, जिससे मांसपेशियों की मजबूती घट जाती है और जोड़ कमजोर पड़ते हैं।
  • हल्की एक्सरसाइज और सही आहार से जोड़ों को बचाया जा सकता है।

गठिया और मानसून का कनेक्शन

डॉ. अतुल कुमार गर्ग, डायरेक्टर-ऑर्थोपेडिक्स, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट, दिल्ली बताते हैं:

  • मानसून में बढ़ी नमी से घुटनों, अंगुलियों और कमर के जोड़ों में सूजन और जकड़न बढ़ जाती है।
  • गठिया के मरीजों को इस मौसम में चलने-फिरने में कठिनाई होती है।
  • हर किसी को मानसून में दर्द नहीं बढ़ता, लेकिन जिनके जोड़ पहले से कमजोर हैं, उन्हें खासतौर पर समस्या होती है।
  • समय-समय पर डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।

पेन मैनेजमेंट टिप्स

(डॉ. मिहिर थानवी, अपोलो स्पेक्ट्रा, जयपुर)

  • एक्टिव रहें: हल्की सैर, योग और स्ट्रेचिंग करें।
  • गर्म पानी से स्नान: मांसपेशियों को आराम और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है।
  • फिजियोथेरेपी: जोड़ मजबूत और सूजन कम करने में मददगार।
  • संतुलित आहार: ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन D और कैल्शियम शामिल करें।
  • गर्म कपड़े: नमी और ठंडक से शरीर को बचाएं।

मिथक बनाम तथ्य

(डॉ. मानव लूथरा, अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, कानपुर)

  • मिथक: बारिश की बूंदों या नमी से ही जोड़ दर्द शुरू हो जाता है।
  • तथ्य: दर्द का असली कारण शरीर के अंदर सूजन और रसायनिक बदलाव हैं।
  • मिथक: गठिया सिर्फ मौसम की वजह से होता है।
  • तथ्य: इसमें आनुवंशिकता, पोषण और जीवनशैली भी अहम भूमिका निभाते हैं।

खास सलाह: मानसून के दौरान जोड़ों के दर्द को पूरी तरह रोक पाना मुश्किल है, लेकिन सक्रिय जीवनशैली, सही आहार और समय-समय पर चिकित्सीय परामर्श से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। मिथकों से बचें और डॉक्टर की सलाह पर ही दवाइयां लें।

FAQs मानसून में जोड़ों के दर्द से संबंधित सवाल-जवाब

सवाल: मानसून में जोड़ों का दर्द क्यों बढ़ जाता है?

जवाब: मानसून में नमी और तापमान में बदलाव के कारण मांसपेशियां कठोर हो जाती हैं और जोड़ों में सूजन या जकड़न बढ़ सकती है। कम शारीरिक गतिविधि और कमजोर जोड़ भी दर्द को ट्रिगर करते हैं।

सवाल: क्या मानसून में गठिया के मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए?

जवाब: हां, गठिया के मरीजों को मानसून में हल्की एक्सरसाइज, गर्म कपड़े पहनना, संतुलित आहार लेना और नमी से बचना चाहिए। नियमित रूप से डॉक्टर से परामर्श भी जरूरी है।

सवाल: जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए कौन से घरेलू उपाय प्रभावी हैं?

जवाब: गर्म पानी से स्नान, हल्की सैर, योग, स्ट्रेचिंग और ओमेगा-3, विटामिन D, कैल्शियम युक्त आहार लेना दर्द को कम करने में मदद करता है।

सवाल: क्या बारिश की बूंदें या नमी सीधे जोड़ों के दर्द का कारण बनती हैं?

जवाब: नहीं, यह एक मिथक है। दर्द का मुख्य कारण शरीर के अंदर सूजन और रसायनिक बदलाव हैं, न कि केवल बारिश की बूंदें या नमी।

सवाल: मानसून में जोड़ों के दर्द को पूरी तरह रोका जा सकता है?

जवाब: पूरी तरह रोकना मुश्किल है, लेकिन सक्रिय जीवनशैली, सही आहार, फिजियोथेरेपी और डॉक्टर की सलाह से दर्द को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।

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