Mogra Plantation: मोगरा के फूलों से भर जाएगा गार्डन, इस तरीके से करें प्लांटेशन और देखरेख
Mogra Plantation: मोगरा के फूल खूबसूरत और खुशबूदार होते हैं। आपके गार्डन में इनकी मौजूदगी बाग को महकाने के लिए काफी है।
घर में मोगरा उगाने और देखरेख के टिप्स।
Mogra Plantation: होम गार्डन में अगर मोगरा का प्लांटेशन न किया जाए तो बाग अधूरा सा लगता है। मोगरा की खूशबू पूरे बगीचे का माहौल खुशनुमा बनाने के लिए काफी है। मोगरा के खूबसूरत फूल आपके गार्डन की सुंदरता भी बढ़ा देते हैं। मोगरा का प्लांटेशन और देखरेख भी आसान है, जिससे इस पौधे की ग्रोथ तेजी से होती है।
मोगरा को गमलों से लेकर खुले आंगन तक कहीं भी लगाया जा सकता है। इसके फूल पूजा, इत्र और सजावट में इस्तेमाल होते हैं। अगर सही समय और सही तरीके से इसकी रोपाई की जाए तो यह लंबे समय तक भरपूर फूल देता है।
मोगरा का पौधा लगाने का सही समय
मोगरा लगाने का सबसे अच्छा समय फरवरी से जुलाई के बीच का माना जाता है। इस दौरान मौसम में गर्माहट और नमी दोनों होती है, जिससे पौधे की जड़ें जल्दी फैलती हैं और ग्रोथ तेज होती है।
गमला और मिट्टी की तैयारी
गमला: मोगरे का पौधा लगाने के लिए 10-12 इंच गहरा मिट्टी का या प्लास्टिक का गमला लें।
मिट्टी: बगीचे की मिट्टी, गोबर की खाद और रेत को 2:1:1 के अनुपात में मिलाएं। इससे पानी की निकासी अच्छी होगी और पौधे को पोषण मिलेगा।
पौधा लगाने की विधि
मोगरा प्लांटेशन के लिए सबसे पहले गमले में तैयार मिट्टी भरें और बीच में छोटा गड्ढा करें। नर्सरी से खरीदा हुआ मोगरे का पौधा उसमें लगाएं। जड़ों के चारों ओर मिट्टी दबाएं और हल्का पानी दें।
धूप और पानी
मोगरे पौधे को ऐसी जगह लगाएं जहां रोज़ कम से कम 4-5 घंटे की सीधी धूप मिले। गर्मियों में रोज़ पानी दें, सर्दियों में हर 2-3 दिन में एक बार में ही काम हो सकता है। पौधे में पानी हमेशा जड़ों में ही डालें, पत्तियों पर नहीं।
मोगरा देखभाल के टिप्स
मोगरा प्लांट की देखभाल करने में ज्यादा मेहनत नहीं लगती है। इसके लिए हर 20-25 दिन में गोबर की खाद या जैविक खाद डालें। सूखी पत्तियां और मुरझाए फूल समय-समय पर काट दें। कीड़े लगने पर नीम का तेल स्प्रे करें।