Gut Health: फास्ट फूड ने कर दिया है पेट का कबाड़ा? इन घरेलू तरीकों से दोबारा गट हेल्थ करें बेहतर!
Gut Health: फास्ट फूड का इस्तेमाल लंबे वक्त तक करने के कई नुकसान देखे गए हैं। खासतौर पर गट हेल्थ इससे बुरी तरह से प्रभावित हो जाती है। ऐसे में कुछ घरेलू तरीके अपनाकर आंतों को दोबारा हेल्दी बना सकते हैं।
Gut Health: आज की तेज़-रफ्तार ज़िंदगी में फास्ट फूड हमारी थाली का स्थायी हिस्सा बन चुका है। बर्गर, पिज़्ज़ा, फ्रेंच फ्राइज़ और पैकेज्ड स्नैक्स स्वाद तो देते हैं, लेकिन पेट की सेहत को चुपचाप नुकसान पहुंचाते रहते हैं। लगातार फास्ट फूड खाने से गैस, एसिडिटी, कब्ज, सूजन और थकान जैसी समस्याएं आम हो गई हैं, जिसका सीधा असर हमारी गट हेल्थ पर पड़ता है। अगर आपका पेट भी अक्सर गड़बड़ रहता है, तो समझिए यह शरीर का अलार्म है।
गट हेल्थ को सुधारने के लिए महंगे सप्लीमेंट्स या दवाओं की ज़रूरत नहीं। कुछ आसान और घरेलू उपाय अपनाकर आप पाचन तंत्र को दोबारा मज़बूत बना सकते हैं। सही खान-पान और दिनचर्या में छोटे बदलाव पेट को फिर से हेल्दी बना सकते हैं।
इन घरेलू तरीकों से गट हेल्थ में आएगा सुधार
सुबह गुनगुना पानी और नींबू: सुबह खाली पेट गुनगुना पानी पीना पाचन क्रिया को एक्टिव करता है। इसमें आधा नींबू मिलाने से शरीर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। यह आंतों की सफाई करता है और कब्ज की समस्या को कम करता है।
दही और छाछ को बनाएं दोस्त: दही और छाछ में मौजूद प्रोबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। रोज़ाना एक कटोरी दही या एक गिलास छाछ गट माइक्रोबायोम को बैलेंस करने में मदद करता है। ध्यान रखें कि दही ताज़ा और बिना चीनी का हो।
फाइबर से भरपूर देसी खाना: फास्ट फूड की जगह दलिया, ओट्स, फल, सब्ज़ियां, सलाद और साबुत अनाज शामिल करें। फाइबर पाचन को सुधारता है और आंतों की सफाई में मदद करता है। इससे पेट लंबे समय तक हल्का और साफ महसूस करता है।
अजवाइन, सौंफ और जीरा का सेवन: खाने के बाद थोड़ा सा सौंफ या अजवाइन चबाना या जीरा पानी पीना गैस और अपच से राहत देता है। ये देसी मसाले पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करते हैं और सूजन कम करते हैं।
पानी और नींद पर दें ध्यान: कम पानी पीना और नींद की कमी भी गट हेल्थ को बिगाड़ती है। दिन में 7-8 गिलास पानी ज़रूर पिएं और 7-8 घंटे की नींद लें। अच्छी नींद से पाचन तंत्र को रिपेयर होने का समय मिलता है।
(Disc।aimer: इस आर्टिकल में दी गई सामग्री सिर्फ जानकारी के लिए है। हरिभूमि इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी सलाह या सुझाव को अमल में लेने से पहले किसी डॉक्टर/विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।)
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