Dragon Fruit Plantation: होम गार्डन में लगा लें ड्रैगन फ्रूट, प्लांटेशन और देखभाल है आसान

Dragon Fruit Plantation: ड्रैगन फ्रूट की डिमांड इन दिनों काफी बढ़ गई है। आप अगर गार्डनिंग का शौक रखते हैं तो अपने होम गार्डन में ड्रैगन फ्रूट उगा सकते हैं।

Updated On 2025-08-22 12:52:00 IST

ड्रैगन फ्रूट घर में लगाने का तरीका।

Dragon Fruit Plantation: ड्रैगन फ्रूट भले ही एक विदेशी फल हो लेकिन इसकी डिमांड हमारे यहां काफी बढ़ गई है। ड्रैगन फ्रूट को पिटाया भी कहा जाता है। यह अपने अनोखे रंग, स्वाद और हेल्थ प्रॉपर्टीज की वजह से पहचाना जाता है। ड्रैगन फ्रूट को घर पर भी आसानी से उगाया जा सकता है। आप अगर होम गार्डन मेंटेन करते हैं तो उसमें आसानी से ड्रैगन फ्रूट के प्लांट को लगा सकते हैं।

ड्रैगन फ्रूट को लगाने के लिए बहुत ज्यादा स्पेस की जरूरत नहीं पड़ती है। इसे घर की छत, बालकनी या छोटे से गार्डन में भई लगाया जा सकता है। ड्रैगन फ्रूट कैक्टस प्रजाति का पौधा है और इसी वजह से इसे ज्यादा पानी की जरूरत भी नहीं होती है।

ड्रैगन फ्रूट प्लांटेशन टिप्स

सही जगह और मौसम

ड्रैगन फ्रूट गर्म जगहों पर लगाया जाए तो ये अच्छी तरह से पनपता है। इसे लगाने के लिए ऐसी जगह चुनना चाहिए जहां 6 से 8 घंटे की सीधी धूप मिलती हो। आप इसे छत पर गमले में या ज़मीन में भी लगा सकते हैं।

मिट्टी और गमले का चयन

जो मिट्टी अच्छई जलनिकासी वाली होती है उसमें ड्रैगन फ्रूट का पौधा अच्छी तरह से बढ़ता है। इसे लगाने के लिए रेत और गोबर की खाद मिलाकर हल्की मिट्टी तैयार करें। गमला कम से कम 15 से 20 इंच गहरा होना चाहिए, जिससे जड़ें अच्छे से फैल सकें।

पौधे की तैयारी और सपोर्ट सिस्टम

ड्रैगन फ्रूट के पौधे की कटिंग 6 से 8 इंच लंबी होनी चाहिए। कटिंग को 1 से 2 दिन छांव में सुखाने के बाद गमले या ज़मीन में लगाना चाहिए। यह पौधा बेलनुमा होता है, ऐसे में इसे ऊपर चढ़ने के लिए सहारे की ज़रूरत होती है। आप इसके लिए एक मजबूत लकड़ी या सीमेंट का खंभा लगा सकते हैं।

सिंचाई और देखभाल

ड्रैगन फ्रूट प्लांट की ग्रोथ के लिए ज़्यादा पानी की जरूरत नहीं होती। गर्मियों में हफ्ते में 2 से 3 बार पानी देना पर्याप्त है। इसे खाद हर 2 महीने में एक बार दे सकते हैं।

फल आने की अवधि

ड्रैगन फ्रूट का पौधा एक बार ग्रोथ पकड़ ले तो 6 से 8 महीनों में यह फूल देना शुरू कर देता है। इसके फल 30 से 40 दिनों में तैयार हो जाते हैं। यह पौधा सालों तक फल देता रहता है।

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