Child Confidence: बच्चा कॉन्फिडेंस से नहीं रख पाता अपनी बात? 5 तरीकों से बढ़ाएं उसका कॉन्फिडेंस
Child Confidence: कई बच्चे काफी प्रतिभाशाली होते हैं, लेकिन उनमें आत्मविश्वास की कमी होती है। ऐसे में पैरेंट्स कुछ तरीकों से बच्चे का कॉन्फिडेंस बूस्ट कर सकते हैं।
बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने के टिप्स।
Child Confidence: हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा आत्मविश्वासी बने, खुलकर अपनी बात कह सके और किसी भी माहौल में घबराए नहीं। लेकिन बचपन में आत्मविश्वास का विकास एक प्रक्रिया है जो सही मार्गदर्शन, प्रोत्साहन और माहौल पर निर्भर करता है। बच्चों को बार-बार डांटना या उनकी तुलना दूसरों से करना उनका आत्मबल कमजोर कर सकता है।
अगर बच्चे को छोटी-छोटी बातों में सराहना, समर्थन और अवसर मिले, तो उसका कॉन्फिडेंस धीरे-धीरे मजबूत होने लगता है। पैरेंट्स और टीचर्स की सकारात्मक भूमिका बच्चों की सोच, भाषा और व्यवहार पर गहरा असर डालती है। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 असरदार और आसान तरीके, जिनसे बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाया जा सकता है।
बच्चे की बात ध्यान से सुनें
जब बच्चा कुछ कहे, तो उसकी बात को गंभीरता से सुनें और बीच में न टोकें। इससे उसे लगता है कि उसकी राय मायने रखती है। यह भाव उसके अंदर आत्मसम्मान पैदा करता है और वह खुलकर बोलने लगता है।
छोटी उपलब्धियों पर भी तारीफ करें
बच्चे ने चाहे छोटी सी पेंटिंग बनाई हो या होमवर्क पूरा किया हो, उसे शाबाशी दें। सराहना से उनमें यह विश्वास आता है कि वे कुछ अच्छा कर सकते हैं और आगे और बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है।
निर्णय लेने का मौका दें
बच्चे को अपनी पसंद का कपड़ा चुनने, टिफिन तय करने या किसी खेल का चुनाव करने का अवसर दें। इससे उनमें जिम्मेदारी का भाव आता है और वे खुद पर भरोसा करना सीखते हैं।
नेगेटिव तुलना से बचें
कभी भी अपने बच्चे की तुलना दूसरों से न करें। यह उसकी आत्मछवि को नुकसान पहुंचा सकता है। हर बच्चा अलग होता है और उसकी खूबियों को पहचानना और उन्हें बढ़ाना जरूरी है।
फेल होने पर साथ दें, डांटे नहीं
अगर बच्चा किसी काम में असफल हो जाए, तो उसे समझाएं कि गलतियां सीखने का हिस्सा हैं। उसे ढाढ़स बंधाएं और बताएं कि अगली बार और अच्छा किया जा सकता है। यह सकारात्मक सोच उसे मजबूत बनाती है।