UP PET 2025: 25 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी देंगे परीक्षा, 48 जिलों में बनाए गए केंद्र
UP PET 2025 की परीक्षा 6-7 सितंबर को 48 जिलों में होगी। 25 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे। जानें केंद्र, दिशा-निर्देश और परिवहन व्यवस्था।
प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (PET)-2025 6 और 7 सितंबर को होगी।
UP PET 2025: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा आयोजित की जा रही प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (PET)-2025 6 और 7 सितंबर को होगी। इस परीक्षा में 25 लाख से अधिक अभ्यर्थी हिस्सा लेंगे। परीक्षा को निष्पक्ष और सुचारू ढंग से कराने के लिए राज्य के 48 जिलों में 1479 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इस परीक्षा में इस साल कुल 25,31,996 अभ्यर्थी शामिल होंगे। दो दिनों तक चलने वाली यह परीक्षा हर दिन दो पालियों में आयोजित होगी। यहां जानें परीक्षा से जुड़ी सभी जानकारियां।
स्कोर की वैधता 3 साल तक मान्य
इस बार की पीईटी परीक्षा का एक बड़ा बदलाव यह है कि इसका स्कोर तीन साल तक मान्य रहेगा। यह अभ्यर्थियों के लिए एक बड़ी राहत है, क्योंकि उन्हें बार-बार परीक्षा देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक बार सफल होने के बाद वे तीन साल तक आयोग द्वारा निकाली जाने वाली विभिन्न भर्तियों के लिए अपनी योग्यता के अनुसार आवेदन कर सकेंगे। आयोग ने यह भी साफ किया है कि जिन अभ्यर्थियों को शून्य या नकारात्मक अंक मिलेंगे, उन्हें अयोग्य माना जाएगा। वहीं, उच्च अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को ही आगे के चरणों में मौका मिलेगा।
निगरानी के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम
परीक्षा की पूरी निगरानी के लिए सभी केंद्रों पर स्थानीय कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। इसके अलावा, आयोग मुख्यालय में एक केंद्रीय कंट्रोल रूम से भी सभी केंद्रों पर नजर रखी जाएगी।
दिव्यांग और महिला अभ्यर्थियों को मिलेगी सुविधा
दिव्यांग और महिला अभ्यर्थियों को उनके गृह जिले में ही परीक्षा केंद्र आवंटित किए गए हैं, जबकि अन्य अभ्यर्थियों को उनके मंडल में केंद्र दिए गए हैं।
यह परीक्षा समूह 'ग' की सरकारी नौकरियों के लिए एक महत्वपूर्ण योग्यता परीक्षा है। इसमें शून्य या नकारात्मक अंक पाने वाले अभ्यर्थी अयोग्य माने जाएंगे। आगे के पदों के लिए केवल उन्हीं अभ्यर्थियों को मौका मिलेगा जिनके अंक सबसे ज्यादा होंगे।
अभ्यर्थियों के लिए महत्वपूर्ण निर्देश
समय से पहुंचें
अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि वे परीक्षा केंद्र पर रिपोर्टिंग टाइम से पहले पहुंचें ताकि अंतिम समय की हड़बड़ी और भीड़ से बचा जा सके।
एडमिट कार्ड और आईडी
परीक्षा में प्रवेश के लिए एडमिट कार्ड और एक वैध फोटो पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस) साथ लाना अनिवार्य है। इनके बिना किसी भी हाल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
मोबाइल और गैजेट्स पर प्रतिबंध
किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच, ब्लूटूथ डिवाइस आदि ले जाने की अनुमति नहीं रहेगी।
बसें और स्पेशल ट्रेन की भी व्यवस्था
सरकार ने परीक्षार्थियों के लिए हर स्तर पर इंतजाम किए हैं। परीक्षा में शामिल होने जा रहे छात्रों के लिए परिवहन विभाग की 11 हजार बसें चलाई जाएंगी , जबकि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त बसों का संचालन भी किया जाएगा। सभी अभ्यर्थियों के लिए बस स्टैंड पर पीने के पानी, की भी व्यवस्था की गई है। अभ्यर्थियों को दिक्कत ना हो इसके लिए अनाउंसमेंट सिस्टम की भी व्यवस्था की गई है। लखनऊ से लखीमपुर और गोरखपुर के लिए स्पेशल ट्रेनें भी चलायी जाएंगी। लखनऊ जंक्शन पर जनरल टिकट के अतिरिक्त काउंटर भी खोले जायेंगे।
रिपोर्ट: हरिभूमि लखनऊ ब्यूरो