भारत की सबसे युवा IAS: मिलिए नेहा बयाडवाल से, जिनकी कहानी बदल देगी आपका नजरिया
नेहा बयाडवाल की सफलता की कहानी सोशल मीडिया और स्मार्टफोन से दूरी बनाकर हासिल की गई UPSC सफलता का बेहतरीन उदाहरण है। जानिए कैसे 3 साल तक मोबाइल से दूर रहकर उन्होंने IAS बनने का सपना पूरा किया।
Neha Byadwal IAS Success Story: भारत की सबसे युवा IAS अधिकारियों में शुमार नेहा बयाडवाल की सफलता की कहानी आज हर UPSC अभ्यर्थी के लिए प्रेरणा बन चुकी है। 3 जुलाई 1999 को जयपुर में जन्मी और छत्तीसगढ़ में पली-बढ़ी नेहा ने रायपुर के डीबी गर्ल्स कॉलेज से इतिहास, अर्थशास्त्र और भूगोल विषयों में स्नातक किया। वह कॉलेज टॉपर रहीं, लेकिन पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास नहीं कर पाईं। UPSC में असफलताओं के बाद नेहा ने एक बड़ा और साहसिक फैसला लिया। तीन साल तक मोबाइल फोन और सोशल मीडिया से पूरी तरह दूरी। इस कठोर निर्णय के साथ उन्होंने पढ़ाई पर पूरा फोकस किया और चौथे प्रयास में सफलता प्राप्त की।
अब IAS अफसर के रूप में दे रही हैं सेवा
2021 UPSC परीक्षा में नेहा ने 960 अंक (साक्षात्कार में 151 अंक) के साथ ऑल इंडिया रैंक (AIR) 569 प्राप्त की। सिर्फ 24 साल की उम्र में, अगस्त 2022 में उन्होंने IAS जॉइन किया और फिलहाल उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में संयुक्त मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं।
सोशल मीडिया से दूर, अब सोशल मीडिया पर प्रेरणा
सफलता के बाद अब नेहा Instagram पर 75,000 से अधिक फॉलोअर्स के साथ युवाओं को पढ़ाई, टाइम-मैनेजमेंट और डिसिप्लिन की सीख देती हैं।
सबक जो हर युवा को जानना चाहिए
नेहा बयाडवाल की कहानी दिखाती है कि डिजिटल विकर्षण के इस दौर में ध्यान और अनुशासन ही असली हथियार हैं। उनका अनुभव एक मजबूत संदेश देता है कि अगर आप वाकई कुछ पाना चाहते हैं, तो त्याग और फोकस के बिना कोई शॉर्टकट नहीं है।