NCERT की नई किताब: कक्षा 8वीं की बुक में बाबर, अकबर और औरंगज़ेब को लेकर क्या है खास?

किताब में बाबर को "निर्दयी और क्रूर विजेता" बताया गया है जिसने शहरों की आबादी का सामूहिक नरसंहार किया।

Updated On 2025-07-16 15:23:00 IST

NCERT Book Class 8Th

NCERT: एनसीईआरटी (NCERT) ने कक्षा 8 की सामाजिक विज्ञान (Social Science) की नई किताब जारी कर दी है, जिसमें मध्यकालीन भारत के इतिहास को एक सीधी, तथ्यों पर आधारित भाषा में प्रस्तुत किया गया है। किताब का नाम “Exploring Society: India and Beyond – Part 1” है। यह किताब इस हफ्ते नए शैक्षणिक सत्र के लिए आई है।

नई किताब में बाबर, अकबर और औरंगज़ेब का जिक्र

इस बार इतिहास को लेकर पहली बार एक अलग और स्पष्ट रुख अपनाया गया है। उदाहरण के लिए, किताब में बाबर को "निर्दयी और क्रूर विजेता" बताया गया है जिसने शहरों की आबादी का सामूहिक नरसंहार किया। वहीं अकबर को ऐसा शासक कहा गया है जिसकी नीति “क्रूरता और सहिष्णुता” का मिश्रण थी। औरंगज़ेब के शासन का ज़िक्र मंदिरों और गुरुद्वारों को तोड़े जाने की घटनाओं के साथ किया गया है, जिन्हें धार्मिक असहिष्णुता के उदाहरण के रूप में बताया गया है।

इतिहास के इन पक्षों को किताब में जगह देने के पीछे की वजह को समझाने के लिए एक अलग अध्याय रखा गया है, जिसका शीर्षक है “Note on Some Darker Periods in History”। इसमें स्पष्ट किया गया है कि ये घटनाएं हमारे इतिहास का हिस्सा रही हैं और इनसे भविष्य के लिए जरूरी सबक निकाले जाने चाहिए।

किताब में दर्ज है चेतावनी

किताब में एक चेतावनी नोट भी जोड़ा गया है, जिसमें कहा गया है कि “आज किसी को भी अतीत की घटनाओं के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए”। यह एक जिम्मेदार और संतुलित इतिहास प्रस्तुत करने की कोशिश है जो न तो किसी पक्ष को महिमामंडित करता है और न ही छुपाता है।

मध्यकालीन भारत के इतिहास को बताया

'Reshaping India’s Political Map' अध्याय में दिल्ली सल्तनत, मुगलों का उदय और पतन, विजयनगर साम्राज्य, मराठा शक्ति, और सिखों के विद्रोह जैसे विषयों को शामिल किया गया है। यह कालखंड राजनीतिक उथल-पुथल, युद्धों और धार्मिक स्थलों के विध्वंस के रूप में दर्शाया गया है।

NCERT ने अपने बयान में कहा है कि ये सभी विवरण साक्ष्य-आधारित हैं और किसी भी प्रकार से इतिहास को ‘साफ-सुथरा’ नहीं किया गया है। यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2023 (NCF 2023) के अनुरूप किया गया है।

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