वॉरेन बफेट का सबसे बड़ा दान: गेट्स फाउंडेशन और फैमिली ट्रस्ट को दिए ₹51,300 करोड़ के शेयर; बताई अंतिम इच्छा

वॉरेन बफेट ने बर्कशायर हैथवे के ₹51,300 करोड़ के शेयर गेट्स फाउंडेशन और परिवार के चैरिटेबल ट्रस्ट को दान किए। यह उनकी अब तक की सबसे बड़ी वार्षिक दान राशि है।

Updated On 2025-06-28 18:00:00 IST

Warren Buffett donation 2025

Warren Buffett Donation 2025: दुनिया के मशहूर निवेशक और बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन वॉरेन बफेट (94 वर्ष) ने परोपकार के क्षेत्र में मिसाल पेश की है। उन्होंने अपनी कंपनी के 6 अरब डॉलर (लगभग ₹51,300 करोड़) के शेयर गेट्स फाउंडेशन और पारिवारिक ट्रस्टों को दान कर दिए। यह अब तक की उनकी सबसे बड़ी वार्षिक दान राशि मानी जा रही है।

वॉरेन बफेट के महादान का ब्योरा

  1. गेट्स फाउंडेशन को 94.3 लाख शेयर दिए 
  2. सुसान थॉम्पसन बफेट फाउंडेशन को 43,384 शेयर
  3. तीनों बच्चों के फाउंडेशन को संयुक्त रूप से 19,81,098 शेयर
  4. हावर्ड बफेट का फाउंडेशन (Howard G. Foundation) को 660,366 शेयर
  5. सूसी का Sherwood Foundation को 660,366 शेयर
  6. पीटर का NoVo Foundation को 660,366 शेयर

अब तक ₹5.13 लाख करोड़ का योगदान
वॉरेन बफेट साल 2006 से नियमित तौर पर परोपकार कर रहे हैं। हाल ही में किए गए दान को मिलाकर उन्होंने कुल 60 अरब डॉलर (₹5.13 लाख करोड़) रुपए परोपकार के लिए दान किए हैं। इसके बावजूद उनके पास अभी भी बर्कशायर हैथवे के लगभग 13.8% शेयर शेष हैं।

वसीयत: 99.5% संपत्ति ट्रस्ट को
वॉरेन बफेट ने पिछले साल अपनी वसीयत में बड़ा बदलाव किया है। उन्होंने ऐलान किया है कि उनके निधन के बाद 99.5% संपत्ति बच्चों द्वारा संचालित चैरिटेबल ट्रस्ट को दी जाएगी। यह ट्रस्ट 10 वर्षों में बफेट की संपत्ति को सामाजिक कल्याण के कार्यों में खर्च करेगा। सूसी बफेट (71 वर्ष), हावर्ड बफेट (70 वर्ष) और पीटर बफेट (67 वर्ष) वॉरेन बफेट के तीन बेटे हैं। जो ट्रस्ट संचालित करते हैं। 

Apple में हिस्सेदारी कम की, कैश रिज़र्व रिकॉर्ड पर
बर्कशायर हैथवे ने एक साल पहले टेक दिग्गज Apple में अपनी 50% हिस्सेदारी बेच दी थी। इसके बाद बफेट का कैश रिजर्व बढ़कर 276.9 अरब डॉलर (₹23.2 लाख करोड़) हो गया। 2024 की दूसरी तिमाही तक बर्कशायर के पास Apple के 84.2 अरब डॉलर (₹7.05 लाख करोड़) मूल्य के शेयर थे।

दौलत का असली मूल्य मानव सेवा
वॉरेन बफेट एक बार फिर साबित कर दिया कि वे सिर्फ निवेश के जादूगर नहीं, बल्कि परोपकार के पथिक भी हैं। उन्होंने कहा, मैं कभी भी बर्कशायर के शेयर नहीं बेचना चाहता। मेरी दौलत समाज की सेवा में लगे, यही मेरी अंतिम इच्छा है। वॉरेन बफेट का यह कदम दुनियाभर के अरबपतियों के लिए एक प्रेरणा है कि दौलत का असली मूल्य मानवता की सेवा में ही है।

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