Gold Rate: सोना ऑलटाइम हाई पर, पहली बार 10 ग्राम की कीमत 1.05 लाख रु, चांदी भी 5 हजार रुपये महंगी
Gold Silver rate today: सोने और चांदी की कीमतों में आज (1 सितंबर) को रिकॉर्ड तेजी देखी गई। गोल्ड और सिल्वर अपने ऑलटाइम हाई पर पहुंच गए। सोमवार को 10 ग्राम 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 104792 हो गई। वहीं, चांदी की कीमत भी 123250 प्रति किलो हो गई।
gold silver rate: सोने और चांदी की कीमतें ऑलटाइम हाई पर हैं।
Gold Silver rate today: भारत में सोने और चांदी दोनों की कीमतें सातवें आसमान पर पहुंच गईं हैं। सोमवार को ये दोनों कीमती धातुएं अपने ऑलटाइम हाई पर पहुंच गईं। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के मुताबिक आज (1 सितंबर, 2025) गोल्ड करीब 2400 रुपये बढ़कर 104792 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इससे पहले गोल्ड 102388 रुपये पर था। वहीं, चांदी की चमक भी बढ़ती जा रही। इसकी कीमत सोमवार को 5,670 रुपये बढ़कर 123250 रुपये प्रति किलो हो गई। इससे पहले सिल्वर की कीमत 117571 रुपये थी।
2025 की अगर बात करें तो जियोपॉलिटिकल टेंशन, युद्ध और टैरिफ वॉर के कारण गोल्ड 1 जनवरी से अबतक करीब 28600 रुपये महंगा हो चुका है। 10 ग्राम 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 76163 रुपये से बढ़कर 104792 रुपये हो गई। वहीं, चांदी की कीमत भी 86017 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 123249 रुपये हो गई। यानी सिल्वर में भी 37 हजार रुपये से अधिक का इजाफा हो चुका है। बीते साल भी गोल्ड की कीमत 12 हजार 700 से ज्यादा बढ़ी थी।
जानकारों का मानना है कि सोने की कीमतों में तेजी बनी रहेगी। अमरेकि के टैरिफ के चलते जियो पॉलिटिकल तनाव बना हुआ है। इससे गोल्ड को अच्छा सपोर्ट मिल रहा और इसकी मांग में लगातार इजाफा हो रहा। अगर ऐसे ही स्थिति रही तो इस साल के आखिर तक सोना 1 लाख 8 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। वहीं, सिल्वर में भी 1 लाख 30 हजार प्रति किलो का स्तर देखा जा सकता है।
देश के बड़े शहरों में प्रति 10 ग्राम गोल्ड की कीमतें
- दिल्ली: 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 106030 और 22 कैरेट गोल्ड की कीमत 97200 रुपये
- कोलकाता: 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 105878 और 22 कैरेट की कीमत 97050 रुपये
- चेन्नई: 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 105879 और 22 कैरेट की कीमत 97050 रुपये
- मुंबई: 24 कैरेट गोल्ड की कीमत 1058800 और 22 कैरेट की कीमत 97050 रुपये
क्यों बढ़ रही गोल्ड की कीमतें?
सोने के दाम एक बार फिर तेजी से ऊपर जा रहे और इसके कई कारण हैं। सबसे बड़ी वजह है अमेरिकी फेडरल रिजर्व की सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद। जैक्सन होल सम्मेलन में फेड चेयर जेरोम पॉवेल ने संकेत दिया था कि फेड जल्द दरें घटा सकता है। इसके बाद कई अन्य फेड अधिकारियों ने भी दरों में कटौती की बात का समर्थन किया है।
सीएमई फेडवॉच टूल के मुताबिक, 87 फीसदी संभावना है कि फेड इस महीने 25 बेसिस पॉइंट की कटौती करेगा। फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की बैठक 16-17 सितंबर को होगी।
इसके अलावा, डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों और टैरिफ को लेकर खड़े हुए संकट ने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर असर डाला है, जिससे निवेशकों का भरोसा सोने की ओर बढ़ा है। कमजोर डॉलर इंडेक्स भी सोने की कीमतों को सहारा दे रहा। अगस्त में डॉलर इंडेक्स 2% से ज्यादा गिरा है, जिससे सोना अन्य मुद्राओं में सस्ता हो गया और मांग बढ़ी है।
डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट के चलते भी सोना महंगा हो रहा। चीन और रूस जैसे देश बड़ी मात्रा में सोना खरीद रहे, जिससे मांग बढ़ी है। अब निवेशकों की नजर अमेरिकी लेबर मार्केट डेटा पर है, जिसमें जॉब ओपनिंग और रोजगार से जुड़े आंकड़े शामिल हैं। इनसे यह तय होगा कि फेड आगे क्या कदम उठाएगा।
(प्रियंका कुमारी)