India VIX: इंडिया विक्स रिकॉर्ड निचले स्तर पर, शेयर बाजार में शांति या तूफान से पहले की खामोशी?
India VIX All-Time Low: भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव को मापने वाला इंडिया विक्स अबतक के निचले स्तर पर आ गया है। निवेशकों के लिए इसके क्या मायने हैं।
India VIX All-Time Low: इंडिया विक्स के ऑल-टाइम लो का क्या मतलब है।
India VIX All-Time Low: भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव को मापने वाला इंडिया विक्स अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। इंडिया विक्स फिसलकर 9.52 पर आ गया है, जो यह संकेत देता है कि फिलहाल बाजार में बड़े झटकों की उम्मीद बेहद कम है। हालांकि, इस शांति के बीच बाजार पूरी तरह मजबूत भी नहीं दिख रहा और निवेशकों के मन में कई सवाल बने हुए हैं।
यह गिरावट ऐसे वक्त आई है जब निफ्टी ने चार दिनों की गिरावट के बाद वापसी करते हुए अपने 20-दिन के एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज के ऊपर क्लोजिंग दी। निफ्टी 150 अंकों की तेजी के साथ 25966.40 पर बंद हुआ। इसके बावजूद, साप्ताहिक आधार पर निफ्टी लगातार तीसरे हफ्ते भी हरे निशान में बंद होने में नाकाम रहा, जिससे साफ है कि बाजार अब भी कंफ्यूजन के दौर में है।
सैमको सिक्योरिटीज के टेक्निकल एनालिस्ट्स के मुताबिक, निफ्टी अभी भी एक बड़े कंसोलिडेशन रेंज में फंसा हुआ है। चार्ट पर लोअर हाई का पैटर्न बना हुआ है, जो ऊपर की चाल को सीमित कर रहा है। हालांकि, डबल बॉटम बनने से निचले स्तरों पर सपोर्ट जरूर मजबूत हुआ है, लेकिन 26100 से 26200 का जोन अब भी बड़ी रुकावट बना हुआ है। इस रेंज में आने वाली तेजी को बुल ट्रैप बनने का खतरा भी बना हुआ है।
रिकॉर्ड निचला विक्स यह दिखाता है कि बाजार में वोलैटिलिटी को लेकर उम्मीदें बेहद दब चुकी। एनालिस्ट्स का मानना है कि जब तक विक्स इतना शांत रहता है और निफ्टी 25800-25700 के डिमांड जोन के ऊपर बना रहता है, तब तक बाजार में तेज गिरावट की बजाय समय के साथ कंसोलिडेशन देखने को मिल सकता है।
डेरिवेटिव्स डेटा भी सतर्क रहने की सलाह दे रहा है। 26000 स्ट्राइक पर भारी कॉल राइटिंग देखने को मिली है, जिससे ऊपर की तरफ मजबूत रेजिस्टेंस बन गया। वहीं, पुट राइटर्स ने अपने पोजीशन नीचे की ओर शिफ्ट की है, जो रेंज-बाउंड ट्रेड की उम्मीद को दिखाता है। पुट-कॉल रेशियो बढ़कर 1.10 पर पहुंच गया है, जो सेंटिमेंट में हल्का सुधार तो दिखाता है, लेकिन ट्रेंड बदलने का साफ संकेत नहीं देता।
बाजार जानकारों का कहना है कि अगर निफ्टी 26100 के ऊपर टिकता है, तो तेजी को नई जान मिल सकती और अगला लक्ष्य 26350 तक खुल सकता है। वहीं, 25,900 के नीचे फिसलने पर बिकवाली का दबाव बढ़ सकता है और कंसोलिडेशन का दौर लंबा खिंच सकता है।
(प्रियंका कुमारी)