वारणासी में शोभायात्रा: मां शृंगार गौरी के दर्शन को ज्ञानवापी परिसर पहुंचे श्रद्धालु, काशी विश्वनाथ में नवरात्रि की चतुर्थी पर गूंजे जयकारे

Maa Shringar Gauri Varanasi: वाराणसी में चैत्र नवरात्रि की चतुर्थी के दिन मां गौरी की पूजा की जाती है। वाराणसी में भक्तों ने शुक्रवार को मां श्रृंगार गौरी की पूजा अर्चना कर भव्य कलशयात्रा निकाली। इसमें इसमें आदि महादेव काशी धर्मालय मुक्ति न्यास के हजारों श्रद्धालु शामिल हुए।
#WATCH उत्तर प्रदेश: वाराणसी में माँ श्रृंगार गौरी पूजा कलश यात्रा निकाली गई। pic.twitter.com/BLEL986hLb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 12, 2024 वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर स्थित मां शृंगार गौरी के दरबार में शुक्रवार को महिलाएं दर्शन-पूजन के लिए पहुंची। इस दौरान हिन्दूवादी संगठनों के लोग भी मौजूद रहे। चैत्र नवरात्रि की चतुर्थी पर तहखाने में कड़ी सुरक्षा के बीच महिलाओं व अन्य भक्तों को प्रवेश दिया गया। श्रृंगार गौरी की पूजा की गई।
#WATCH उत्तर प्रदेश: वाराणसी में चैत्र नवरात्रि की चतुर्थी पर आज कड़ी सुरक्षा के बीच याचिकाकर्ता महिलाओं को अन्य भक्तों के साथ माँ श्रृंगार गौरी की पूजा करने के लिए तहखाने में प्रवेश करने की अनुमति दी गई। pic.twitter.com/1tedU0naO4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 12, 2024 ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष के वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा, सभी सर्वे हो चुके हैं। अदालत में रिपोर्ट भी दाखिल हो चुकी हैं। हम चाहत हैं कि अन्य तहखानों को खुलवा कर सर्वे कराया जाए। आज सुनवाई की तारीख है, देखते हैं कोर्ट का रुख क्या होता है।
#WATCH वाराणसी: श्रृंगार गौरी-ज्ञानवापी मामले में हिंदू याचिकाकर्ताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने बताया, "...सभी सर्वे हो चुके हैं और रिपोर्ट भी अदालत में दाखिल हो चुकी हैं...हमारी मांग है अन्य तहखानों को भी खुलवा कर सर्वे हो। आज सुनवाई की तारीख है,… pic.twitter.com/1zwkv6lzIr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 12, 2024 ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद के सदस्य भी पहुंचे
शोभायात्रा मैदागिन के गोरखनाथ मठ से शुरू हुई। इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। ज्ञानवापी मुक्ति महापरिषद ने सदस्य भी काशी विश्वनाथ मंदिर स्थित मां श्रृंगार गौरी के दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे। मंदिर परिसर के बाहर हजारों लोग लोग इकट्ठा हो गए। वह हर-हर महादेव और मां श्रृंगार गौरी के जयकारे लगाने लगे।
