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Kaisarganj Lok Sabha Election: उत्तर प्रदेश में भाजपा ने 80 में से अपने कोटे की 73 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। लेकिन 2 सीटों पर सस्पेंस बरकरार है। एक सीट रायबरेली तो दूसरी कैसरगंज सीट है। इन सीटों पर 20 मई को मतदान होना है। 6 बार के सांसद बृजभूषण शरण अपने टिकट को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हैं।

Kaisarganj Lok Sabha Election: उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से कैसरगंज और रायबरेली सीट पर भाजपा ने अभी तक अपना कैंडिडेट घोषित नहीं किया है। बावजूद इसके कैसरगंज सीट पर सांसद बृजभूषण शरण सिंह अपने प्रचार में जुटे हैं। उन्होंने गुरुवार, 25 अप्रैल को टिकट मिलने को लेकर एक बार फिर बयान दिया। उन्होंने दावा किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कैसरगंज सीट पर प्रचार करने की जरुरत नहीं है। भाजपा एक घंटे पहले भी प्रत्याशी का ऐलान कर देगी तो भी यहां की जनता भाजपा उम्मीदवार को जिताएगी।  

99.9 फीसदी मैं ही लड़ूंगा
बृजभूषण शरण सिंह कुश्ती संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं। उन पर महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप है। मामला न्यायालय में है। ऐसे में सबकी निगाहें बृजभूषण शरण सिंह, कैसरगंज सीट और भाजपा के अगले कदम पर टिकी हैं। सांसद बृजभूषण शरण ने कहा कि मैं अभी उम्मीदवार नहीं हूं। लेकिन कैसरगंज लोकसभा सीट पर बीजेपी का कोई मुकाबला नहीं है। अगर भगवान ने यह तय किया है, तो मैं क्या कर सकता हूं? लेकिन मैं एक मजबूत दावेदार हूं। इसलिए 99.9% मैं लड़ूंगा, 0.1% कुछ भी होने की गुंजाइश है। 

BJP MP Brij Bhushan Sharan Singh
BJP MP Brij Bhushan Sharan Singh

जीत की शुरुआत यहीं से करेंगे
सांसद बृजभूषण ने कहा कि पार्टी का मानना है कि कैसरगंज भाजपा की सीट है। भले ही वे एक घंटे पहले ही उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दें, लेकिन राज्य की जनता भाजपा उम्मीदवार को जिता देगी। अभी तक उम्मीदवार न बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि क्या पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दिया है? क्या पार्टी ने ऐसी सूची जारी की है जिसमें मेरा नाम नहीं है? कैसरगंज 400 सीटों में से एक है, पीएम मोदी को कैसरगंज के बारे में चिंतन करने की जरूरत नहीं है। उनसे कहना कि हम (जीत की) शुरुआत यहीं से करेंगे। कैसरगंज के लोगों को अचानक खुशखबरी मिलेगी। पूरा क्षेत्र खुश हो जाएगा। 

जानिए कैसे बढ़ता गया जीत का अंतर
बृजभूषण शरण सिंह 2009 में पहली बार सपा के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे थे। लेकिन 2014 से पहले वे भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद 2019 में उन्होंने कैसरगंज सीट से चुनाव जीता। हार बार उनकी जीत का अंतर बढ़ता चला गया। 2009 के चुनाव में बृजभूषण ने बसपा प्रत्याशी सुरेंद्र नाथ अवस्थी उर्फ पुत्तू भैया को 72 हजार 199 वोटों से हराया था। तब बृजभूषण को 5 लाख 65 हजार 673 वोट मिले थे। 

2014 के चुनाव में बृजभूषण सिंह को 3 लाख 81 हजार 500 वोट मिले। चुनाव में उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी सपा के विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह क 78 हजार से अधिक वोटों से हराया था। इसी तरह 2019 के लोकसभा चुनाव में बृजभूषण सिंह ने 2 लाख 61 हजार 601 के बड़े अंतर से चुनाव जीता था। 

बृजभूषण का पूरे देवीपाटन मंडल पर दबदबा
बृजभूषण शरण सिंह का पूरे देवीपाटन मंडल पर दबदबा है। गोंडा, बलरामपुर, बहराइच लोकसभा सीटों पर भी उनकी पकड़ है। इसके अलावा अयोध्या, श्रावस्ती में उनका अच्छा खासा दबदबा है। पूर्वांचल के राजपूत वोटर्स पर भी बृजभूषण का अच्छा होल्ड माना जाता है। 

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