Rajasthan News: राजस्थान के शहीद जवानों का पार्थव शरीर पहुंचा पैतृक गांव, अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भीड़; तिरंगा यात्रा निकाली गई

Rajasthan martyr soldier
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शहीद जवानों का पार्थिव शरीर।
Rajasthan News: झुंझुनू जिले के दो जवान जम्मू-कश्मीर में सर्च ऑपरेशन के दौरान शहीद हो गए। जिनका पार्थिव शरीर आज बुधवार को पैतृक गांव लाया गया। जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जा रहा है।

Rajasthan News: जम्मू-कश्मीर में सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों की फायरिंग में झुंझुनू जिले के दो जवान शहीद हो गए। दोनों जवान राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे। जिनका पार्थिव शरीर आज बुधवार को हवाई मार्ग से जयपुर लाया गया। वहां से शहीद जवान का शव गांव पहुंचा। पैतृक गांव में ही दोनों शहीदों का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जा रहा है।

इस आतंकी हमले में झुंझुनूं जिले के 2 जवान बिजेंद्र सिंह दौराता और अजय सिंह नरूका शहीद हो गए। बता दें, यह हादसा जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के जंगल में सर्च ऑपरेशन के दौरान हुई। जिसमें आतंकवादियों की फायरिंग में दोनों शहीद हो गए। उनका पार्थिव शरीर बुधवार को खेतड़ी के सिंघाना थाना क्षेत्र में उनके गांव पहुंचा। हजारों की तादात में लोग अंतिम दर्शन के लिए एकत्रित हुए।

जयपुर में दी गई श्रद्धांजलि
शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को वायुमार्ग के बुधवार की सुबह 10:15 बजे जयपुर लाया गया। जहां एयरपोर्ट पर कैबिनेट मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, अविनाश गहलोत, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा सहित सेना के अधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पैतृक गांव के लिए रवाना कर दिया गया।

11 डीजे बजाकर निकाली गई तिरंगा यात्रा
शहीद बिजेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर पैतृत गांव ले जाते समय तिरंगा यात्रा निकाली गई। जिसमें 11 डीजे और बड़ी संख्या में वाहनों के साथ लोग शामिल रहे। हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की जय और शहीद अमर रहे के नारे लगाए। इस दौरान काफी तादात में लोग एकत्रित हुए।

अजय सिंह के दादा और मामा भी सेना में हुए थे शहीद
शहीद अजय सिंह नरूका का पूरा परिवार सेना से जुड़ा हुआ है। इनके पिता कमल सिंह सेना में 24 राजपूत रेजिमेंट में कार्यरत थे। चाचा कायम सिंह सेना की 23 राजपूत रेजीमेंट में सिक्किम में सेवाएं दे रहे हैं। अजय सिंह के दादा सुजान सिंह BSF में थे। जो 14 दिसंबर 2021 को शहीद हो गए थे। साथ ही इनके मामा चांदकोठी निवासी तेजपाल सिंह भी सेना में थे। जो 2020 में शहीद हो गए थे।

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