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Raj Thackeray unconditional support to PM Modi: राज ठाकरे ने यह भी खुलासा किया कि वह अमित शाह से क्यों मिले थे। राज ठाकरे के एनडीए में आने से भाजपा को मजबूती मिली है। ठाकरे के फैसले का मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने स्वागत किया।

Raj Thackeray unconditional support to PM Modi: लोकसभा चुनाव महज 9 दिन दूर है, बावजूद इसके महत्वपूर्ण राज्य महाराष्ट्र में बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए ने सीट शेयरिंग को फाइनल नहीं किया गया है। हालांकि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने लोकसभा चुनाव में महायुति को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। 

महाराष्ट्रीयन नव वर्ष यानी गुड़ी पड़वा मेले में 9 अप्रैल को राज ठाकरे ने साफ किया कि यह समर्थन बिना शर्त और सिर्फ नरेंद्र मोदी के लिए है। राज ठाकरे के एनडीए में आने से भाजपा को काफी मजबूती मिली है। ठाकरे के ऐलान का महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्वागत किया।

मैं पहला शख्स, जिसने नरेंद्र मोदी का किया था समर्थन
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने पिछले महीने गृह मंत्री अमित शाह के साथ अपनी बैठक के बारे में भी बात की। दावा किया कि वह देश के पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनना चाहिए। 

ठाकरे ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे युवा आबादी में से एक है। उन्हें उचित शिक्षा और रोजगार की आवश्यकता होगी और अगर ऐसा नहीं हुआ तो देश में अराजकता फैल जाएगी। उन्होंने दावा किया कि यह लोकसभा चुनाव देश का भविष्य तय करने वाला है। एमएनएस प्रमुख ने कहा कि इस महत्वपूर्ण समय में भारत का नेतृत्व करने के लिए नरेंद्र मोदी सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं।

Raj Thackeray
बीते महीने राज ठाकरे और अमित शाह की दिल्ली में मुलाकात हुई थी।

यह समर्थन केवल नरेंद्र मोदी के लिए
मनसे प्रमुख ने कहा कि यही कारण है कि उन्होंने बिना शर्त महायुति को समर्थन देने का ऐलान किया है। महायुति में सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना, अजित पवार की अगुवाई में एनसीपी गुट और भाजपा शामिल है। ठाकरे ने कहा कि मुझे कोई उम्मीद नहीं है। जब देश में एक मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता होगी तो महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना बिना शर्त भाजपा, शिवसेना और राकांपा का समर्थन करेगी। यह केवल नरेंद्र मोदी के लिए है।

लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे राज ठाकरे
राज ठाकरे ने लोकसभा चुनाव न लड़ने का संकेत दिया है। उन्होंने अपने कैडर से इस साल के अंत में विधानसभा चुनावों के लिए तैयार रहने के लिए कहा। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि वह विधानसभा चुनावों में समर्थन और सीटों की हिस्सेदारी की उम्मीद कर रहे हैं।

गृह मंत्री अमित शाह के साथ अपनी मुलाकात के बारे में बोलते हुए 55 साल के राज ठाकरे ने कहा कि मेरे दिल्ली जाने और गृह मंत्री से मिलने में क्या गलत था? राज्य के मुख्यमंत्री ने मुझसे कहा कि हमें एक साथ आना चाहिए। देवेंद्र फडणवीस ने भी बात की। यही कारण है कि मैं अमित शाह से मिला।

मैंने गलत देखा तो भाजपा का विरोध भी किया
राज ठाकरे ने कहा कि 2014 के बाद मुझे लगा कि मैंने (नरेंद्र मोदी के) भाषणों में जो सुना था, वह पूरा नहीं हो रहा है तो मैंने उनका विरोध किया, लेकिन जब भी उन्होंने कुछ अच्छा किया मैंने उनका समर्थन किया। चाहे वह अनुच्छेद 370 को हटाना रहा हो या एनआरसी का मुद्दा। 

Raj Thackeray
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चचेरे भाई और संजय राउत पर साधा निशाना
राज ठाकरे ने अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे और शिवसेना नेता (यूबीटी) और सांसद संजय राउत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मैंने आलोचना नहीं की, क्योंकि मुझे मुख्यमंत्री पद की पेशकश नहीं की गई थी। वे (उद्धव ठाकरे और राउत) बोल रहे हैं। अब उनके (पीएम मोदी) खिलाफ। क्योंकि उन्हें मुख्यमंत्री पद नहीं दिया गया। जब मैं यह (2019 में) कह रहा था, तो आपने इस्तीफा क्यों नहीं दिया? अब आप ऐसा क्यों कर रहे हैं? क्योंकि आप सत्ता से हटा दिए गए थे और आपकी पार्टी टूट गई थी?

राज ठाकरे के आने से एनडीए को क्या होगा फायदा?
महाराष्ट्र में जहां एक तरफ उद्धव ठाकरे की शिवसेना, अजित पवार की एनसीपी और कांग्रेस का महागठबंधन है तो वहीं एनडीए में शिंदे शिवसेना, अजित पवार की एनसीपी और भाजपा शामिल है। अब मनसे भी एनडीए का हिस्सा है। पिछले चुनाव में मनसे ने भाजपा के विरोध में प्रचार किया था। ऐसे में मुकाबला दिलचस्प हो गया है।

  • एनडीए के कुनबे में राज ठाकरे से आने से मराठा वोटर्स को लुभाया जा सकता है।
  • राज ठाकरे की छवि तेज तर्रार शख्सियत की है। लोग उनमें बाल साहब ठाकरे की छवि देखते हैं। 
  • 2019 के चुनाव में उद्धव के अलग हो जाने के बाद उन्हें बाल ठाकरे के नाम पर सहानुभूति मिल रही है। इसे रोका जा सकता है।
  • एकनाथ शिंदे लोकसभा चुनाव में 18 सीटें मांग रहे हैं। मनसे प्रमुख के एनडीए में आने से उन्हें एक दायरे में सीमित किया जा सकता है। 
  • राज ठाकरे हिंदुत्व की राजनीति करते हैं। इसलिए वोटों के विभाजन का डर रहता है। भाजपा इसे रोकना चाहती है।
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