भोपाल की विरासत पर संकट: केरवा और कलियासोत डैम में 250 से ज्यादा कब्जे; भू-माफिया ने बनवाई सड़क; NGT के निर्देश पर सख्ती

Bhopal's Heritage in Crisis: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल अपनी खूबसूरत वादियों और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए विश्व विख्यात है, लेकिन भू-माफिया इसके अस्तित्व को चुनौती दे रहे हैं। बड़े तालाब से लेकर कलियासोत और केरवा डैम तक सैकड़ों कब्जे हैं। NGT की सख्ती के बाद प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की है। शुक्रवार (17 अप्रैल) को केरवा डैम के कैचमेंट एरिया से सड़क हटवाई गई।
केरवा डैम के महुआखेड़ा स्थित कैचमेंट एरिया में कोपरा और मिट्टी डलवाई जा रही थी। ताकि, बाद में फॉर्म हाउस या प्लाटिंग की जा सके। अतिक्रमणकारियों ने सड़क भी बना दी थी। एनजीटी की आपत्ति क बाद शुक्रवार को हुजूर एसडीएम विनोद सोनकिया के नेतृत्व में अतिक्रमण दस्ते ने कार्रवाई की।
250 से ज्यादा अतिक्रमण चिह्नित
भोपाल जिला प्रशासन ने कलियासोत और केरवा डैम को अतिक्रमण मुक्त कराने का अभियान छेड़ा है। कलियासोत डैम में 229 और केरवा डैम में 25 अतिक्रमण चिह्नित किए गए हैं। यह अतिक्रमण हटाकर एनजीटी के समक्ष प्रतिवेदन सौंपा जाएगा।
भोपाल कलेक्टर ने बुलाई बैठक
- भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने शुक्रवार को अधिकारियों की बैठक बुलाई। इसमें जल्द से जल्द अतिक्रमण हटाने के निर्देश देते हुए कहा, नगर निगम 33 मीटर दायरे में अतिक्रमण चिह्नित कर रहा है। जल संसाधन विभाग के अधिकारी एफटीएल क्षेत्र जांच रहे हैं। जिला प्रशासन डेम के खसरों को खंगाल रहा है।
- कलेक्टर ने कहा, एनजीटी में विचाराधीन सभी केसों पर गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पालन प्रतिवेदन पेश किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन, जल संसाधन और नगर निगम की टीमें काम कर रही हैं। बैठक में सभी ने प्रगति रिपोर्ट से भी अवगत कराया है।
ग्रीन बेल्ट से भी हटेंगे अवैध कब्जे
कलियासोत और केरवा डैम के अलावा शहर के ग्रीनबेल्ट क्षेत्र में बड़ी संख्या में अवैध निर्माण हो गए हैं। कुछ जगह बड़ी बड़ी कॉलोनियां डेवलप कर दी गई हैं। NGT ने इस पर भी आपत्ति जताई है। जिसके बाद प्रशासन ग्रीन बेल्ट एरिया से भी अतिक्रमण हटाने की तैयारी कर रहा है। एसडीएम को ऐसे कब्जे चिह्नित कर नोटिस देने को कहा गया है।